- ऑनलाइन रेल टिकट लेने वाले पैसेंजर्स ही उठा सकेंगे सेवा का लाभ

- रेल हादसे पर मृतक को दस लाख व 50 प्रतिशत दिव्यांग होने पर मिलेंगे पांच लाख रुपये

- आईआरसीटीसी ने तीन इंश्योरेंस कंपनियों से किया एग्रीमेंट

KANPUR। आईआरसीटीसी ऑनलाइन रेल टिकट लेने वाले पैसेंजर्स के लिए अक्टूबर माह से जर्नी इंश्योरेंस की सुविधा लेकर आ रहा है। इसके लिए आईआरसीटीसी तीन इंश्योरेंस कंपनियों को चिन्हित कर उनसे एग्रीमेंट भी कर चुका है। जानकारी के मुताबिक आईआरसीटीसी यात्रियों का दस लाख रुपये का बीमा करेगा। सफर के दौरान रेल हादसा होने पर मृतक के परिवार को दस लाख रुपये रेलवे की तरफ से दिया जाएगा। साथ ही दुर्घटना में दिव्यांग हुए यात्रियों को साढ़े सात लाख से पांच लाख रुपये तक मिलेगा।

सुविधा लेने का होगा ऑप्शन

आईआरसीटीसी के पीआरओ संदीप दत्ता ने बताया कि पैसेंजर के आईआरसीटीसी की बेवसाइट से रेल टिकट बुक करने के दौरान इंश्योरेंस की सुविधा लेने का ऑप्शन दिया होगा। पैसेंजर अपनी मर्जी के मुताबिक यह ऑप्शन ले सकता है। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए पैसेंजर को ऑनलाइन टिकट बुक करने के दौरान ही नाम मात्र का एक्स्ट्रा पेमेंट करना होगा।

इन बैंकों से हुआ करार

अधिकारियों के मुताबिक आईआरसीटीसी ने पैसेंजर्स का इंश्योरेंस करने के लिए रॉयल सुंदरम, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस, श्रीराम जनरल इंश्योरेंस कंपनी को फिलहाल चिन्हित किया है। जिसने बीते दिनों आईआरसीटीसी का एग्रीमेंट भी हो चुका है। इंश्योरेंस सुविधा शुरू होने के बाद यह तीन कंपनियां ही पैसेंजर्स का इंश्योरेंस करेंगी।

काउंटर टिकट यात्रियों के लिए नहीं

रेलवे अधिकारियों की मानें तो इंश्योरेंस सुविधा शुरू होने के शुरुआती दौर में फिलहाल सेवा का लाभ सिर्फ ऑनलाइन टिकट वाले पैसेंजर ही ले सकेंगे। सेवा सफल होने पर यह सुविधा काउंटर रेल टिकट लेने वाले यात्रियों के लिए भी शुरू की जाएगी। संभावना जताई जा रही है कि काउंटर टिकट यात्रियों को यह सुविधा अगले साल से मिल सकेगी।

इन आधार पर मिलेगा क्लेम

- मृतक के परिवार को 10 लाख

- 100 प्रतिशत दिव्यांगता 10 लाख

- 75 प्रतिशत दिव्यांगता 7:50 लाख

- 30 से 50 दिव्यांगता पर 5 लाख

- शव सुरक्षित रखने वाले को 10 हजार रुपये

?सितंबर माह के अंत व अक्टूबर माह के प्रथम सप्ताह से आईआरसीटीसी की वेबसाइट से रेल टिकट बुक कराने वाले पैसेंजर्स को दस लाख रुपये का बीमा कराने की सुविधा मिलेगी। यह सेवा ऑप्शन के रूप में होगी.'

- संदीप दत्ता, पीआरओ आईआरसीटीसी रेलवे बोर्ड नई दिल्ली