- दिसम्बर में हटा ली गई थी बर्थ सर्टिफिकेट की बाध्यता, पासपोर्ट बनवाने वालों की लगी लाइन

>BAREILLY: फॉरेन मिनिस्ट्री की ओर से आसान की गई पासपोर्ट जारी करने की प्रक्रिया के चलते पासपोर्ट बनवाने के लिए पासपोर्ट ऑफिस में लंबी लाइन लग गई है। बरेली रीजन में पासपोर्ट बनवाने वालों की संख्या में 25 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो गई है। इसके चलते पासपोर्ट जारी होने की पेंडेंसी भी एकाएक बढ़ गई है। ऐसे में पासपोर्ट बनवाना तो आसान हो गया है, लेकिन उसे जल्दी पाना आसान नहीं रहा।

650 तक आ रहे आवेदन

दिसंबर 2016 से पहले पासपोर्ट नियम 1980 के वैधानिक प्रावधानों के अनुसार सभी आवेदकों या 26 जनवरी 1989 के बाद पैदा हुए लोगों को पासपोर्ट प्राप्त करने के लिए बर्थ सर्टिफिकेट प्रजेंट करना कम्पल्सरी था। बर्थ सर्टिफिकेट प्रजेंट करने में आ रही प्रॉब्लम्स की वजह से इस व्यवस्था को हटा दिया गया। जिसका नतीजा यह हुआ कि बरेली रीजन में पासपोर्ट बनवाने वाले लोगों की संख्या में अचानक इजाफा हो गया। रीजन के तहत आने वाले 13 डिस्ट्रिक्ट के आवेदकों में 25 फीसदी तक का इजाफा हुआ है। इस इस समय रोजाना 600 से 650 आवेदक पासपोर्ट के लिए आवेदन कर रहे हैं। जबकि दिसम्बर के पहले यह संख्या 500 से कम थी।

10 दिन की बढ़ी पेंडेंसी

आवेदन अधिक आने की वजह से पेंडेंसी लगातार बढ़ती जा रही है। पहले जहां अप्लाई करने के अगले दिन का अप्वॉइटमेंट मिल जाता था वहीं आवेदकों को अब 10 दिन का इंतजार करना पड़ रहा है। फिलहाल 10 दिनों की पेंडेंसी चल रही है। आने वाले दिनों में यह पेंडेंसी और बढ़ने की उम्मीद है। क्योंकि, अब पासपोर्ट में आवेदन के दौरान बर्थ सर्टिफिकेट के सबूत के तौर पर पासपोर्ट बनवाने का इच्छुक कोई भी आवेदक मैट्रीकुलेशन सर्टिफिकेट, पैन कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड और एलआईसी पॉलिसी बॉन्ड में से किसी भी एक को प्रमाण के तौर पर पेश कर सकता है।

बर्थ सर्टिफिकेट की बाध्यता हटने से आवेदकों की संख्या में इजाफा हुआ है। जिसकी वजह से 10 दिनों की पेंडेंसी भी बढ़ गई है।

नवीन चंद्र बिष्ट, असिस्टेंट पासपोर्ट ऑफिसर, बरेली रीजन