- 9 जनवरी 2016 को नरकुलागंज स्थित पतंजलि स्टोर से लिया गया था सैंपल

- करीब 7 माह बाद आई रिपोर्ट में नूडल्स का टेस्ट मेकर मिला सबस्टैंडर्ड

BAREILLY:

सेहत, स्वाद और शुद्धता की सौ प्रतिशत गारंटी देने वाली पतंजलि कंपनी भी पब्लिक के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रही है। इस बात का खुलासा फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की जांच में हुआ हैं, जिसमें पतंजलि के आटा नूडल्स को स्वादिष्ट बनाने के लिए मिलाया जाने वाला टेस्ट मेकर सबस्टैंडर्ड यानि अधोमानक मिला है। जांच रिपोर्ट के आधार पर अब एफएसडीए विक्रेता को नोटिस जारी करने समेत कोर्ट में केस फाइल करने जा रही है।

जनवरी में लिया था सैंपल

पतंजलि के आटा नूडल्स में खामियों की शिकायत मिली तो एफएसडीए ने 9 जनवरी 2016 को नरकुलांगज स्थित पतंजलि स्टोर से सैंपल लिए थे। सैंपल को जांच के लिए भेजा गया। करीब 7 माह बाद सैंपल की जांच रिपोर्ट थर्सडे को विभाग के पास पहुंची। जिसमें पतंजलि आटा नूडल्स सेवन के लिहाज से अधोमानक बताया गया है। रिपोर्ट मिलते ही विभाग ने एक्ट के मुताबिक कार्रवाई शुरू करने में जुट गई है। एफएसडीए इंस्पेक्टर कीर्ति आनंद ने बताया कि पैकेट पर दर्ज सामग्रियों की प्रयुक्त मात्रा जांच में गलत मिली है। यानि बेहतर देने का वादा कर कंपनी लोगों को गलत जानकारी दे रही थी।

मार्केट से वापस लेंगे सप्लाई

पतंजलि स्टोर के ओनर्स एफएसडीए की रिपोर्ट से सकते में हैं। उनका कहना है कि प्रोडक्ट्स में खामियां मिलने पर कंपनी जैसे निर्देश जारी करेगी ठीक वैसी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने अधोमानक मिले नूडल्स की सप्लाई किए गए हजारों पैकेट्स के खेप को मार्केट से वापस लिए जाने के निर्देश की संभावना जताई है। लेकिन एफएसडीए ने इसे सिरे से खारिज किया है। उनके मुताबिक जनवरी में रिलीज सप्लाई को शॉप्स से वापस लेना नामुमकिन है। क्योंकि खाद्य पदार्थ का कोई भी प्रोडक्ट मिनिमम 3 माह और मैक्सिमम 6 माह तक के लिए प्रीजर्व हो सकता है। इसके बाद कंपनी अपनी नई सप्लाई जारी करती है। ऐसे में जनवरी में जारी सैंपल जुलाई में उठाना पॉसिबल नहीं।

पतंजलि के आटा नूडल्स का सैंपल जनवरी में लिया गया था। जांच रिपोर्ट में टेस्ट मेकर अधोमानक मिला है। संबंधित विक्रेता को नोटिस और केस फाइल की प्रक्रिया चल रही है।

ममता कुमारी, डेजिग्नेटेड ऑफिसर, एफएसडीए