- चिकित्सा अधीक्षक के दफ्तर का किया घेराव

- फैमिली मेंबर्स ने लगाया जांच में लापरवाही का आरोप

- मारपीट में घायल हुई थी महिला

GORAKHPUR: जिला अस्पताल में सोमवार की भोर एक महिला की मौत हो गई। इसके बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। परिजन वहां से सीधे एसआईसी दफ्तर पहुंचे, लेकिन वह अवकाश पर थे। इससे उनका गुस्सा और भड़क गया। उन्होंने चिकित्सा अधीक्षक के दफ्तर का घेराव कर जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप था कि जांच में काफी लापरवाही की गई है। चिकित्सा अधीक्षक के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ।

देखते ही देखते तोड़ दिया दम

चिलुआताल एरिया के बंजरहा निवासी उमाशंकर यादव की 29 वर्षीय पत्‍‌नी पुष्पा 28 मई को मारपीट के दौरान पेट में ईट लगने की वजह से वह जख्मी हो गई थी। फैमिली मेंबर्स ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जंगल कौडि़या में एडमिट कराया, जहां से डॉक्टर ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। उसकी हालत देखकर डॉक्टर ने फीमेल सर्जिकल वार्ड में भर्ती किया और अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी। उसकी हालत बिगड़ती जा रही थी। यह देख परिवार वालों की चिंताएं और बढ़ रही थी।

पेट में हुआ दर्द

सोमवार की भोर में पुष्पा के पेट में काफी दर्द होने लगा। जब तक परिवार के लोग डॉक्टर को बुलाते तब तक उसकी मौत हो गई। इसके बाद उसकी डेड बॉडी पीएम हाउस में रखवाया गया। आक्रोशित परिवार के लोग करीब 10 बजे एसआईसी दफ्तर पहुंचे लेकिन वह नहीं मिले। इसके बाद वह पुरानी ओपीडी स्थित चिकित्सा अधीक्षक डॉ। एके श्रीवास्तव के दफ्तर का घेराव कर जमकर हंगामा किया। यह देख आसपास के लोग भी जुट गए। मौके पर पहुंचे डॉक्टर एके श्रीवास्तव के आश्वासन पर मामला शांत करवाया गया।

अल्ट्रासाउंड से किया इनकार

परिवार के लोग का कहना है कि जांच के दौरान भारी लापरवाही की गई है। अल्ट्रासाउंड के लिए पेशेंट को क्षेत्रीय निदान केंद्र ले गए। इस बीच वह दर्द से कराह रही थी। मगर वहां मौजूद लोगों ने यह कह कर लौटा दिया कि ब्लैडर फुल नहीं है, इसकी वजह से अल्ट्रासाउंड हो पाना संभव नहीं है। इस रवैये से नाराज फैमिली मेंबर्स मरीज के साथ वार्ड में पहुंच गए, जहां उसकी हालत बिगड़ने लगी। परिवार वालों का कहना है कि समय से जांच हो जाती तो मरीज की जान बच सकती थी।

मेडिको लीगल केस था। इस संबंध में पुलिस से पूछताछ की गई थी। इसके बाद एडमिट कर उसका उपचार किया जा रहा था। मामले की जांच कराई जाएगी।

डॉ। एके श्रीवास्तव, चिकित्सा अधीक्षक