- तीमारदारों को खुद ही करना पड़ता है वार्ड ब्वॉय का काम, आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने लिया हैलट हॉस्पिटल का जायजा

- स्थिति दिखी दयनीय, संवेदनहीन हो गए हैं 'भगवान'

- बच्चे की मौत के मामले की प्रशासनिक जांच शुरू

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KANPUR। हैलट अस्पताल में अव्यवस्थाओं के चलते एक बच्चे की मौत होने के बाद भी अस्पताल प्रशासन के रवैय्ये में कोई सुधार नहीं हुआ है। ट्यूजडे को हॉस्पिटल पहुंचे आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने देखा कि धरती के भगवान कितने संवेदनहीन हो गए हैं। इस वक्त डेंगू का कहर जोरों पर है। तब अस्पताल में बने डेंगू वार्ड में भर्ती होने वाले मरीजों को खुद ही वार्ड ब्वॉय का काम करना पड़ रहा है। बिधनू से आए विकास अपने तीन साल के बच्चे को इमरजेंसी ले गए तो वहां मौजूद डॉक्टर ने कहा इसको वापस ले जाओ, अभी बिजी हूं। विकास ने बताया कि बच्चे को बहुत तेज बुखार था और वो आंखें नहीं खोल रहा था।

तीमारदार ही बन रहे हैं वार्ड ब्वॉय

भीमसेन से आईं शिवप्यारी(65) तीन दिन पहले हैलट अस्पताल पहुंचीं। उन्हें कई दिनों से बुखार आ रहा था। मेडिसिन वार्ड 16 में उन्हें भर्ती किया गया। डेंगू की पुष्टि होने पर मंगलवार दोपहर डेंगू वार्ड में शिफ्ट किया गया। यहां आलम ये था कि शिवप्यारी की बहु ही उन्हें स्ट्रेचर पर लेकर आई थी।

मां बन गई श्रवण कुमार

उन्नाव निवासी सईद का 9 साल के निहाल के कुछ दिन पूर्व चोट लगने से पैर की हड्डी टूट गई थी। आपरेशन के बाद पैर में रॉड पड़ी थी। मंगलवार दोपहर उसे अल्ट्रासाउंड कराने के लिए कहा गया। निहाल की मां ने स्ट्रेचर के लिए वार्ड ब्वॉय व अन्य लोगों से कहा लेकिन किसी ने भी उस महिला की नहीं सुनी, अंत में महिला खुद ही बेटे को अपने कंधे पर लेकर अल्ट्रासाउंड कराने ले गई।

'बच्चे की मौत के मामले की तीन सदस्यीय कमेटी ने जांच शुरू कर दी है। लापरवाही के दोषियों पर कार्रवाई होगी। अस्पताल की व्यवस्थाएं सुधारने के प्रयास हो रहे हैं.'

- डॉ। आरसी गुप्ता, एसआईसी

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प्रशासन ने लिया संज्ञान, जांच शुरू

KANPUR। हैलट अस्पताल में बीते शुक्रवार को पिता के कंधे पर दम तोड़ने वाले बच्चे के मामले को लेकर पूरा प्रशासनिक महकमा हरकत में आ गया है। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू करा दी है। प्रशासन की ओर से एसीएम 6 आरपी त्रिपाठी व एसीएमओ एके श्रीवास्तव ने मंगलवार को संबंधित जेआर के बयान दर्ज किए। इस मामले की आवाज से लखनऊ के गलियारे भी गूंज उठे। उप्र। बाल आयोग की सदस्य नाहिद लारी खान ने मामले पर संज्ञान लेते हुए सीएमओ कानपुर को तुरंत मामले की पड़ताल व कार्यवाही के निर्देश दिए।

पिता की गोद में अंश ने तोड़ा था दम

बताते चलें कि फजलगंज निवासी सुनील कुमार के पुत्र अंश(12) को तीन दिन से बुखार आ रहा था। बीते शुक्रवार को वो उसे हैलट अस्पताल लेकर आया। जहां से उसे इलाज न देकर बाल रोग विभाग में रेफर किया गया। इलाज के अभाव में पिता की गोद में ही अंश ने दम तोड़ दिया था।