PATNA : पटना नगर निगम का मेयर चुने जाने के सात दिनों के भीतर सशक्त स्थाई समिति का गठन करना होता है, जिसका विशेषाधिकार मेयर को होता है। इसमें 7 सदस्य शामिल होते हैं। ख्म् जून को यह अवधि पूरा होने को है। ऐसे में सीता साहू को मेयर बनाने में पूर्व मेयर अफजल इमाम गुट, निलेश गुट आदि ने समर्थन किया था। साथ ही मेयर और डिप्टी मेयर पद की दावेदारी की दौड़ में शामिल बीजेपी के काउंसलर और ऐन वक्त पर समर्थन देने वाले भी अपने हक की मांग कर रहे हैं।

दोनों तरफ असमंजस

वैसे चर्चा है कि अफजल इमाम अपनी वाइफ मजहबी को सशक्त स्थाई समिति में शामिल कराने को लेकर उत्साहित नहीं हैं। कहा जा रहा मजहबी फिलहाल निगम की राजनीति, कामकाज के तरीके आदि के बारे में जानने, वार्ड की समस्याओं के निराकरण के साथ ही बच्चों की पढ़ाई और परवरिश पर विशेष ध्यान देना चाह रही हैं। ऐसे में अफजल तीन लोगों के नाम का प्रस्ताव रख रहे हैं। इसमें पिंकी कुमारी, दीपा रानी और विकास उर्फ विक्की मेहता हैं। एक नाम मनोज कुमार उर्फ मुन्ना जायसवाल का भी है।

मनोज, अफजल के कार्यकाल में भी समिति में शामिल थे। इधर निलेश अपनी पत्‍‌नी सुचित्रा सिंह के बजाए किसी अन्य के नाम पर मुहर लगा रहे हैं। दूसरी तरफ बीजेपी से मधु चौरसिया, तारा देवी, विकास उर्फ विक्की, पूर्व डिप्टी मेयर रूपनारायण मेहता और वार्ड म्क् से जीतीं उषा देवी दौड़ में शामिल हैं। मेयर सीता साहू के बेटे शिशिर कुमार इसे लेकर परेशान हैं। उधर विधायक अरुण कुमार सिन्हा, नितीन नवीन, संजीव चौरसिया, एमएलसी प्रो। सूरजनंदल मेहता आदि लगातार नाम को फाइनल टच देने में लगे हैं।