- बैठक में पूर्व सीएम ने नीतीश कुमार पर जमकर साधा निशाना

- मनुवादी और पूंजीवादी लोग हमेशा ही गरीबों में फूट डालने का किया है काम

PATNA/ BIHARSHARIFF : आजादी के 70 वर्ष बीत जाने के बाद भी देश के ऐतिहासिक महत्व में सुमार बिहार के गरीब गुरबों की दयनीय स्थिति ज्यों का त्यों है। यहां के गरीब बेहद गरीबी से रसातल में और अमीर बुलंदियों के सोपान पर है। इस क्रम में गरीबों के कल्याणकारी योजनाओं का नीति निर्धारक रहे आला कमान की अव्यवहारिकता ने इसे और भी नजरअंदाज कर इनको इनके हक से दूर करने का काम किया है।

मानव श्रृंखला राज्य सरकार का एक नौटंकी प्रपंच है। उक्त बातें पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने राजगीर कुंड परिसर में शुक्रवार को नालंदा फुटपाथ दुकानदार अधिकार मंच के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय वेंडर्स दिवस के दौरान कही। उन्होंने शराबबंदी को तालिबानी कानून की संज्ञा देते हुए कहा कि सामंतशाही व मनुवादी प्रवृत्ति की सरकार की गलत नीतियों से गरीब वर्ग प्रभावित है। इसमें फुटपाथ दुकानदारों के हितों की रक्षा नहीं हो पा रही है। उन्होंने गरीबों को एकजुट रहने का आह्वान करते हुए कहा कि आपकी अक्षुण्णता ही गरीबी से मुक्ति दिला सकता है। श्री मांझी अपने आठ माह के शासनकाल का जिक्र करते हुए कहा कि हमने उक्त आठ माह में गरीबों के उत्थान के लिए काफी कुछ किया।

कई ऐसी योजनाएं लाई जो गरीब, पिछड़ों, दलितों, शोषितों व फुटपाथियों के हित में था। इसमें एक खास फैसला यह भी था कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब भूमिहीनों को जमीन मुहैया कराना भी शामिल था। श्री मांझी ने कहा कि केंद्र सरकार की मंशा गरीब व दलित वर्ग के उत्थान करने की है। नोटबंदी का यह साहसिक कदम उसी में एक ऐसी कड़ी है जो भ्रष्टाचारी नोट जमाखोरों को नागवार गुजर रही है और वे इससे हो रही परेशानियों में गरीबों का नाम घसीटकर नोटबंदी का दुष्प्रचार करने में लगे हैं। इस क्रम में भाजपा जिला उपाध्यक्ष श्याम किशोर भारती, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष विकास कुशवाहा, मंच के समन्वयक अमित कुमार पासवान, मंच के संयोजक उमराव प्रसाद निर्मल, उप मुख्य पार्षद श्यामदेव राजवंशी, हम पार्टी प्रदेश उपाध्यक्ष शांति देवी, प्रदेश महसचिव पूनम पासवान ने सभा को संबोधित कर अपना राय प्रकट किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंच के संयोजक उमराव प्रसाद निर्मल व मंच संचालन अमित कुमार पासवान ने की।

इस अवसर पर राजगीर फुटपाथ संघ के अध्यक्ष गोपाल भदानी, कैलाश प्रसाद, रमेश कुमार पान, विनोद चंद्रवंशी, शिवरत्न कुमार चंद्रवंशी, मदन बनारसी, किस्टो साव, यदुनंदन प्रसाद महतो, नंदकिशोर प्रसाद, रौशन कुमार, सुनील साव, कृष्ण नंदन प्रसाद गुप्ता सहित सैकड़ों की संख्या में राजगीर, नालंदा व पावापुरी के फुटपाथ दुकानदार उपस्थित थे।