- श्री कृष्ण साइंस सेंटर में इनोवेशन फेस्टिवल संपन्न

-इनोवेशन का प्रथम पुरस्कार निलेश राज को दिया गया

PATNA : ऊर्जा के गैर-परंपरागत श्रोत, स्मार्ट सिटी में मौलिक विकास के लिए जरूरी संसाधन, शहरी क्षेत्र में पौधों की वृद्धि एवं संव‌र्द्धन, बड़े स्तर पर साफ- सफाई के यंत्र, जल की उपलब्धता तकनीक के सहारे सफल बनाना जैसे तमाम उदे्श्यों को फलीभूत करने के लिए छात्र ही रोल मॉडल बनने का प्रयास कर रहे हैं। इस अभिव्यक्ति को सच करने में सार्थक भूमिका निभा रहा है श्रीकृष्ण साइंस सेंटर। शुक्रवार को श्री कृष्ण साइंस सेंटर में दो दिवसीय इनोवेशन फेस्टिवल संपन्न हो गया। साथ ही, यह आयोजन नई प्रतिभाओं को एक आर्दश अवसर देने में अहम रोल अदा कर रहा है। आई नेक्स्ट ने ऐसे प्रतिभाशाली छात्रों से बात की।

मॉडल वन

मिनी वैक्यूम क्लीनर

लोयला हाई स्कूल के सेवेंथ क्लास के छात्र सिद्धार्थ सेठ द्वारा तैयार मिनी वैक्यूम क्लीनर क्ख् वोल्ट के फैन से चलता है। सिद्धार्थ ने बताया कि यह हाई और लो प्रेशर की संकल्पना के साथ काम करता है। इस डिवाइस में अगले सिरे पर लगे पाइप से डस्ट और स्माल पार्टिकल को खींच लेता है। उन्होंने बताया कि यह ब्लोअर की भांति भी कार्य कर सकता है। छह वोल्ट की बैटरी से जुड़ा है। इसे बनाने की प्रेरणा उन्हें श्रीकृष्ण साइंस सेंटर के इनोवेशन हब से मिली।

मॉडल टू

पोटेबल यूएसबी फैन

जीएम स्कूल, बाइपास के आठवीं क्लास के छात्र ने इसे तैयार किया है। इसकी उपयोगिता है कि गर्मी के दिनों में राहत देने वाले इस छोटे से पंखे को कहीं भी ले जाया जा सकता था। यह बिना इलेक्ट्रिसटी के कार्य करता है। केवल ओटीजी केवल से इसे चलाया जा सकता है।

मॉडल थ्री

डीसी मोटर टार्च

जीएम स्कूल, बाइपास के क्लास सिक्स के छात्र शिवांग कुमार ने इसे तैयार किया है। इसे बनाने में क्ख् वोल्ड का डीसी मोटर प्रयोग किया गया है। साथ ही रेसिस्टेंस और एलईडी बल्ब भी लगा है। यह इमरजेंसी टार्च की भांति कार्य करता है। यह मैकेनिकल एनर्जी को इलेक्ट्रिकल एनर्जी में परिवर्तित करने की संकल्पना पर आधारित है।

प्रतिभाओं को मिला सम्मान

श्री कृष्ण साइंस सेंटर में पहली बार आयोजित इस प्रकार के फेस्ट में दो कैटेगरी में प्रतियोगिता के विनर्स के नामों की घोषणा की गई। इसमें राज्य भर से विज्ञान में रूचि रखने वालों ने भाग लिया था। पहला कैटेगरी ग्रास रूट इनोवेटर का था। इसमें मोतिहारी के बिरेंद्र कुमार सिन्हा को पाल्यूशन कंट्रोल डिवाइस बनाने, मोतिहारी के अशोक ठाकुर को धुआंरहित स्टोव बनाने और सिवान के रमाशंकर शर्मा को प्रेशर हैंड पंप बनाने के लिए पुरस्कृत किया गया। जबकि दूसरा कैटेगरी स्कूली छात्रों का था।

इसमें प्रथम पुरस्कार निलेश राज, (किलकारी) को न्वाइज टू इलेक्ट्रिसिटी प्रोजेक्ट के लिए पुरस्कृत किया गया। वहीं प्रियेसवरा भारती, आकाश राज, नीनाक्क्षी, (किलकारी) को दूसरा पुरस्कार मिला। इसी प्रकार, अर्सलाम सिद्दकी, आर्य बोथरा, अर्नव सिन्हा (डीपीएस, पटना) को पुरस्कार मिला। जबकि थर्ड प्राइज में सरस्वती विद्या मंदिर के मेधा रंजन को मिला। इसी कैटेगरी में थर्ड प्राइज में चंद्रमोहन, अभिषेक कुमार, (प्रारंभिका) को पुरस्कृत किया गया। चीफ गेस्ट महावीर कैंसर संस्थान के रिसर्च हेड प्रो। अशोक घोष ने विनर्स को सर्टिफिकेट दिया।