PATNA CITY : पीपा पुल पर पटना टू हाजीपुर के लिए शाम छह बजे से लेकर सुबह छह बजे तक छोटे वाहनों का परिचालन शुरू करने में रौशनी रुकावट बनने लगी है। गांधी सेतु पर सोडियम लाइट लगा कर पीपा को रौशन करने की अस्थायी व्यवस्था कारगर साबित नहीं हो पा रही है। ट्रैफिक एसपी पी के दास ने मंगलवार को बताया कि पीपा पर रौशनी के लिए लाइट का स्थायी इंतजाम करना होगा। इस दिशा में आला अधिकारी काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हिलते गांधी सेतु पर लगाई गई करीब 80 लाइट में से कई में समस्या आने लगी है। जेनरेटर में प्रतिदिन पांच सौ लीटर डीजल डाल कर सोडियम लाइट को जला पाना भी संभव नहीं हो रहा है। सुपर स्ट्रक्चर का निर्माण करने वाली इफ्कॉन कंपनी द्वारा केवल पांच दिनों के लिए ही ट्रायल के तौर पर गांधी सेतु के पाया संख्या एक से लेकर ब्म् के बीच लगाई गई है।

दो दिन बीत चुके हैं। बचे तीन दिनों में पीपा पुल से रात्रि में वाहनों का परिचालन शुरू किए जाने का ट्रायल होने की संभावना नजर नहीं आ रही है। ऐसे में कंपनी द्वारा लाइट खोल लिए जाने से एक बार फिर पीपा पुल अंधेरे में डूब जाएगा। विद्युत विभाग के वरीये अभियंताओं से भी इस मामले में तकनीकी पक्षों पर बातचीत की जा रही है।

ट्रैफिक एसपी ने कहा कि रौशनी का स्थायी इंतजाम करने के बाद एक बार रात्रि में पीपा पुल पर वाहनों का परिचालन शुरू हुआ तो उसे जारी रखने का प्रयास किया जाएगा। रात में पीपा पुल से गुजरने वाले वाहनों पर सवार लोगों की सुरक्षा को लेकर भी प्रशासनिक स्तर पर मंथन जारी है।