- शिक्षामंत्री ने कहा बहुत जल्द हाई स्कूलों को मिल जाएंगे प्रधानाचार्य

PATNA : हाई स्कूल को अब प्रधानाचार्य का इंतजार नहीं होगा। प्रदेश के सभी हाई स्कूल व प्लस टू विद्यालयों में बहुत जल्द प्रधानाचार्यो की तैनाती कर दी जाएगी। ये दावा सूबे के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने मंगलवार को विधानसभा में किया है। वह इस संबंध में समीर कुमार महासोठ के उठाए गए सवाल का जवाब दे रहे थे।

- ये है उठा है सवाल

- राज्य के 8,फ्80 हाई स्कूलों में से मात्र 980 हाई स्कूलों में ही कंप्यूटर उपलब्ध हैं

- बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का आदेश है कि ख्0क्7 की मैट्रिक व इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए केवल ऑनलाइन फार्म ही भरे जाएंगे।

- जिस विद्यालय में कंप्यूटर की व्यवस्था नहीं है वहां प्रधानाध्यापक की उपस्थिति में फार्म भरने की वैकल्पिक व्यवस्था का निर्देश है

- हकीकत यह है कि 8,ख्80 में से फ्,भ्00 स्कूल ऐसे हैं जहां प्रधानाध्यापक हैं ही नहीं

- ये है शिक्षा मंत्री का जवाब

- सूबे के भ्,क्म्0 हाई व इंटर स्कूलों में क्,8फ्ख् विद्यालय ऐसे हैं जहां कंप्यूटर हैं

- शेष अन्य विद्यालयों में कंप्यूटर के लिए राशि उपलब्ध कराई जा रही है

- राशि उपलब्ध होते ही कंप्यूटर की व्यवस्था करा दी जाएगी

- जिन विद्यालयों में प्रधानाचार्य नहीं थे वहां प्रभारी प्रधानाचार्य को जिम्मा दिया गया है

- प्रोन्नति के आधार पर प्रधानाचार्य नियुक्त किए जाने को वरीयता सूची तैयार हो गई है

- डेढ़ से दो माह के भीतर प्रधानाचार्यो की तैनाती हो जाएगी

नियोजित शिक्षकों का उठा मामला

विधानसभा में नियोजित शिक्षकों के स्थानान्तरण का मामला भी मंगलवार को विधान सभा में उठा। केदार प्रसाद गुप्ता ने इस विषय से संबंधित अपने प्रश्न में कहा कि राज्य के विभिन्न जिलों में नियोजित अविवाहित शिक्षिकाएं जिनकी शादी अब दूसरे जिलों एवं प्रखंडों में हो गयी है, को काफी परेशानी हो रही है। इस पर शिक्षामंत्री ने कहा कि नियोजन की इकाई पंचायत और नगर निकाय हैं, स्थापना के तीन वर्षो के भीतर अपनी ही नियोजन इकाई में दो बार इनका स्थानांतरण होना है। इसमें भी पांच साल का अंतर जरूरी है। इनके स्थानांतरण के लिए गठित कमेटी में अपर महाधिवक्ता भी हैं। कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। लालकेश्वर राय ने प्रशन किया कि फ्ब्भ्ब्0 कोटि के सहायक पुरुष शिक्षकों के स्थानांतरण के मामले पर भी विधानसभा में प्रश्न किया गया।

छात्रवृति बंद होने पर विधान परिषद में हंगामा

विधान परिषद में मंगलवार को भाजपा सदस्यों ने मैट्रिक बाद पिछड़ा, अति पिछड़ा व अनुसूचित जाति, जनजाति के छात्रों को वर्ष ख्0क्म्-क्7 से छात्रवृति नहीं दिए जाने के विरोध में शून्यकाल में वेल में आकर हंगामा किया। भाजपा के लालबाबू प्रसाद ने छात्रवृति बंद किये जाने के खिलाफ कार्यस्थगन प्रस्ताव दिया था, जिसे सभापति अवधेश नारायण सिंह ने अस्वीकृत कर दिया। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही निर्धारित समय से पहले ही स्थगित हो गई थी।