- सुधीर कुमार ने पूछताछ में लिया है कई अफसरों का नाम

- बड़े अफसरों से पूछताछ में आगे नहीं आ रही है कोई टीम

PATNA : बीएसएससी पेपर लीक मामले में एक आईएएस की गिरफ्तारी और दूसरे की तलाश के बीच कई ऐसे नाम सामने आए हैं जो प्रदेश में बड़े पदों पर तैनात हैं। एसआईटी की पूछताछ में पूर्व चेयरमैन सुधीर कुमार ने कई बड़े अफसरों का नाम लिया है जो चौंकाने वाला है। जिन्होंने गलत करने के लिए पैरवी की थीं। मामला प्रदेश के आला अफसरों से जुड़ा है इसलिए जांच टीम भी कुछ बताने के साथ ही पूछताछ में भी कतरा रही है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट आज इसका खुलासा करने जा रहा है कि सुधीर कुमार से अफसरों ने कैसे और किस रूप में पैरवी की थी।

शिकायत की नहीं हुई सुनवाई

सुधीर ने साफ कहा है कि उन्हें किसी घोटाले की आशंका थी और इसे लेकर वह एक बड़े अफसर से शिकायत भी की थी लेकिन सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने टेंडर प्रक्रिया पर सवाल खड़ा करते हुए कहा था कि ये सब प्लान के तहत हो रहा है। चेयरमैन को लेकर कुल 9 लोगों की टेंडर प्रक्रिया में हस्ताक्षर हुआ लेकिन उनके मुताबिक किसी भी गड़बड़ी के लिए जवाबदेह वही होंगे। ऐसे में उन्होंने अधिकारियों से कई बार कहा भी था कि उनसे ऐसा काम नहीं होगा। लेकिन बाद में टेंडर उसी व्यक्ति का हुआ और इतना बड़ा घोटाला हुआ। उनका कहना है कि टेंडर का अधिकार सिर्फ अध्यक्ष के पास होना चाहिए था लेकिन इसमें उन्हें लेकर कुल 9 लोगों को रखा गया।

- कोई भी कर सकता है लीक

सुधीर ने यह भी बताया कि गोपनीय मामले में जब 8 लोग शामिल हैं तो कोई भी मामला लीक कर सकता है। ऐसे कई सवाल का जवाब उन्होंने दिया है। अब वो जवाब सुनिए जिसके सवाल सुधीर कुमार से पूछे गए हैं।

एसआईटी - प्रिंटर मामले में कैसे लीक हो सकता है?

सुधीर कुमार - टेंडर प्रकिया को लेकर मैंने पहले ही आला अफसर से शिकायत की थी।

एसआईटी - किस तरह से?

सुधीर कुमार - एक गोपनीय मामले में। जब एक साथ जब 9 लोग शामिल होंगे तो क्या होगा।

एसआईटी - वजह ?

सुधीर कुमार - 8 लोगों की पत्‍‌नी या उनके नौकर या फिर उनसे जुड़े अन्य लोग इस मामले में जानकारी रख सकते हैं।

एसआईटी - कैसे?

सुधीर कुमार - उनके घर कौन आ रहा है। कौन जा रहा है .वह किससे मिल रहे हैं। इसकी पूरी जानकारी कहीं न कहीं से लीक हो सकती है।

एसआईटी - कौन है नाम बताइए?

सुधीर कुमार -कुछ और नाम दे सकता हूं लेकिन सिर्फ एसएसपी को ही। क्योंकि बहुत ही गंभीर मामला है।