PATNA : मौलाना मजहरूल हक अरबी एवं फारसी विश्वविद्यालय (एमएमए विवि) की सीनेट की बैठक में रविवार को ख्0क्7-क्8 के लिए दो अरब क्म् करोड़ म्8 लाख 9क् हजार ब्7क् रुपये का बजट पेश किया गया। सर्वाधिक एक अरब 9भ् करोड़ पांच लाख भ्8 हजार फ्म्म् रुपये भवन निर्माण पर खर्च होने का अनुमान है। इसके अलावा ई-लाइब्रेरी और कंप्यूटरीकरण के लिए 80 लाख रुपये, आकस्मिक खर्च के लिए छह करोड़ भ्8 लाख भ्0 हजार रुपये का अनुमान लगाया गया है। अनुमान के मुताबिक म्.भ् करोड़ रुपये विश्वविद्यालय के आंतरिक स्त्रोत से हासिल हो सकते हैं।

आंतरिक स्त्रोत से हुई आमदनी से वोकेशनल कोर्स के अतिथि शिक्षकों और कर्मियों के मानदेय का भुगतान किया जाता है। मेधावी और गरीब छात्रों की मदद के लिए पांच लाख रुपये और मदरसा शिक्षकों के शैक्षणिक विकास कार्यक्रम पर ब्0 लाख रुपये खर्च करने की योजना है। विवि कर्मियों के वेतन और भवन किराये पर क्फ् करोड़ 79 लाख 8फ् हजार क्0भ् रुपये खर्च होने का आकलन किया गया है। इसमें से एक करोड़ एक लाख क्म् हजार रुपये आउटसोर्सिग वाले कर्मियों के मानदेय पर खर्च होंगे।

क्ख्0 मदरसे जुड़े हैं विवि से

कुलपति प्रो। एस मुम्ताजुद्दीन ने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि अभी इस विश्वविद्यालय के आठ पीजी विभाग, क्ख्0 मदरसे और ख्00 ज्ञान संसाधन केंद्र जुड़े हुए हैं। इनके माध्यम से फ्भ् हजार विद्यार्थी जुड़े हैं। शैक्षणिक परिसर व अन्य आधारभूत संरचना नहीं होने के कारण इस विश्वविद्यालय का यूजीसी से निबंधन नहीं हो सका है। कुलसचिव डॉ। चौधरी सरफुद्दीन ने ख्0क्म्-क्7 का वार्षिक प्रतिवेदन पेश किया। उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और क्रियान्वित योजनाओं का ब्यौरा पेश किया।