- अपनी संस्था ईह के जरिए प्रोफेशनल्स को कर रही हैं प्रमोट

- 10 जून को पटना में होगा पहला पोएट्री स्लैम

- मुंबई में हो चुके हैं कई कार्यक्रम, पटना में दूसरा

manish.chandra@inext.co.in

PATNA : बेहतर और स्टेबल कॅरियर की चाह में कई लोग अपने शौक को पीछे छोड़ देते हैं। प्रोफेशन की आपाधापी में उन्हें कभी अपने पैशन को जीने का मौका नहीं मिलता, लेकिन पटना की तीन सुपर ग‌र्ल्स शताक्षी, श्रेया और श्रेसी ने दुनिया को बताया है कि शौक बड़ी चीज है। इसे कॅरियर के साथ भी जिया जा सकता है। इस नायाब कॉन्सेप्ट पर देश भर में कई कार्यक्रम करने के बाद अब बारी पटना की है। ईह संस्था की ओर से पटना में पहली बार स्लैम पोएट्री का आयोजन कर रही हैं। यह कार्यक्रम क्0 जून की शाम फ्रेजर रोड स्थित माड़वारी आवास गृह में म् से 8 बजे के बीच होगा। ईह ने इससे पहले पटना में बेकिंग वर्कशॉप किया था।

लॉ कॅरियर के साथ जिंदा रखा बेकिंग और पोएट्री का पैशन

पुणे से लॉ की पढ़ाई के बाद मुंबई में कॉर्पोरेट लॉयर का काम करने वाली शताक्षी और श्रेसी का वास्ता पटना से है। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई यहीं की है। अपने लॉ के शानदार कॅरियर को छोड़े बिना भी पोएट्री और बेकिंग का शौक जारी रखा। इसके लिए उन्होंने समय निकाला। लेकिन ऐसा सब नहीं कर पाते। यह सोचकर पैशन को लाइफ में तवज्जो देने के लिए इन्होंने अपना ग्रुप ईह शुरू किया। संस्कृत के इस शब्द का मतलब इच्छा या चाहत से है। इस ग्रुप के जरिए वे उन लोगों को प्रमोट करती हैं जो प्रोफेशन के साथ अपने शौक के लिए कुछ करते हैं और उसमें नाम भी कर रहे हैं। ओपन माइक, स्लैम पोएट्री और बेकिंग वर्कशॉप सहित कई तरह के इवेंट के अलावा ये फेसबुक पेज पर ऐसे लोगों की कहानियों को ये साझा भी करती हैं।

पटना के लिए अनोखा है यह इवेंट

पोएट्री स्लैम जैसा इवेंट इस शहर के लिए अनोखा है। श्रेया बताती हैं कि इस इवेंट में फ्0 साल तक की उम्र का कोई भी यूथ अपनी कविताएं सुना सकता है। फेसबुक के जरिए कई पोएम्स की एंट्री आई हैं जो काफी नायाब है। इस शहर में भले ही ऐसे इवेंट्स कम होते हों लेकिन लिखने वालों की कमी नहीं है। यंग जेनरेशन की कविताओं में काफी डेप्ट्थ दिखती है।