- श्रावण मेला का लेकर प्रदेश में हाई अलर्ट

- पुलिस मुख्यालय के साथ रेल पुलिस का निर्देश

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PATNA : देश के सबसे बड़े सावन मेले पर आंतकी खतरा मंडरा रहा है। अमरनाथ अटैक के बाद अब बिहार और झारखंड में सुरक्षा को लेकर हाई अलर्ट घोषित किया गया है। पुलिस मुख्यालय ने जहां प्रदेश में खुफिया विंग्स के साथ सुरक्षा तंत्र को एक्टिव कर दिया है वहीं रेल पुलिस ने भी ट्रेनों की सुरक्षा के लिए विशेष दस्ता लगा दिया है। पुलिस मुख्यालय से आदेश मिलते ही जिला पुलिस पूरी तरह से अलर्ट हो गई है। मेला प्रभावित इलाकों में तो सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि अमरनाथ अटैक को लेकर प्रदेश में खुफिया अलर्ट है। प्रदेश के डीजीपी पीके ठाकुर ने सभी पुलिस अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी किया है।

- श्रावणी मेला को लेकर पहले से थी तैयारी

बिहार और झारखंड में लगने वाला श्रावणी मेला देश का सबसे बड़ा मेला है। झारखंड स्थित वैद्यनाथ मंदिर में बिहार के सुल्तानगंज से जल ले जाकर चढ़ाने के लिए देश के कोने कोने से लाखों लोग आते हैं। हर दिन एक लाख से अधिक लोगों को सुल्तानगंज से देवघर जाने के लिए भीड़ लगती है। मेले की सुरक्षा को लेकर एक माह पहले से ही तैयारी चल रही थी। सुरक्षा को लेकर डीजीपी कई बार प्रदेश के पुलिस अफसरों के साथ बैठक कर चुके हैं। पुलिस पहले से ही सुरक्षा को लेकर अलर्ट थी अमरनाथ अटैक के बाद हाई अलर्ट कर दिया गया है।

- नेपाल बॉर्डर से बिहार है संवेदनशील

बिहार नेपाल सीमा से सटा होने का कारण काफी संवेदनशील है। प्रदेश से लगने वाली खुली सीमा देश में जब भी कोई वारदात होती हैं खुफिया निशाने पर होती है। खुली सीमा के रास्ते पाकिस्तान का कनेक्शन बिहार में कई बार खुल चुका है। कानपुर रेल हादसा भी बिहार के मोती पासवान से कनेक्ट हुआ। इसके पूर्व में भी कई कुख्यात आतंकियों की गिरफ्तारी बिहार में हुई है जिससे आतंकियों का बिहार कनेक्शन खुलकर सामने आया है।

- कांवडि़यों की सुरक्षा को लेकर खुफिया प्लान

कांवडि़यों की सुरक्षा को लेकर प्रदेश पुलिस खुफिया तौर पर तैयार प्लान पर काम कर रही है। सुरक्षा को लेकर पुलिस मुख्यालय से जो गाइड लाइन जारी की गई है उसपर काम किया जा रहा है। प्रदेश के सभी पुलिस अधिकारियों ने कांवडि़यों की सुरक्षा को लेकर यातायात व्यवस्था से लेकर कांवडि़यों के वेश में खुफिया तंत्र को लगाने के प्लान पर काम शुरू कर दिया है।

- ऐसे जुड़ा है आतंक का कनेक्शन

- संवेदनशील है बिहार

ख्00म्-

मुम्बई में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में ख्0 जुलाई ख्00म् को एटीएस ने मधुबनी के बासोपपट्ट्टी गांव से मोहम्मद कमाल अंसारी को दबोचा।

ख्007-

क्ख् नवंबर ख्007 को मधुबनी के मोहम्मद सबाउद्दीन उर्फ फरहान को जयपुर में हुए सीआरपीएफ कैंप पर गोलीबारी में दबोचा।

ख्008-

9 जुलाई ख्008 को यूपी एटीएस ने दिल्ली बम धमाके में वांटेड मधुबनी के पप्पू खान को लखनऊ से गिरफ्तार किया।

क्ब् जुलाई ख्008 को यूपी एटीएस ने मधुबनी के मोहम्मद खलील को गिरफ्तार किया।

ख्009-

क्7 अगस्त ख्009 को सुरक्षा तंत्र ने लश्कर आतंकी मधुबनी निवासी उमर मदरानी को दिल्ली में बड़ी साजिश रचते गिरफ्तार किया।

ख्0क्0-

वर्ष ख्0क्0 में मधुबनी के कुख्यात आतंकी मोहम्मद शबाउद्दीन व अलकायदा के मिर्जा खान को पूर्णिया रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया।

ख्0क्क्-

ृक्7 अगस्त ख्0क्क् को हूजी के आतंकी रियाजुल को सीमांचल के किशनगंज से पकड़ा गया।

ख्ब् नवंबर ख्0क्क् को आईएम आतंकी अहमद जमील और मोहम्मद अजमल को गिरफ्तार किया गया।

नवंबर ख्0क्क् में समस्तीपुर में चेन्नई की स्पेशल सेल ने आईएम आतंकी इरशाद खान को गिरफ्तार किया।

ख्0क्ख्-

क्ख् जनवरी ख्0क्ख् को आईएम के सदस्य नकवी और नदीम को दरभंगा से दबोचा गया।

म् मई ख्0क्ख् को कर्नाटक पुलिस ने आतंकी घटनाओं के आरोप में दरभंगा के कफील अख्तर को गिरफ्तार किया।