- बिहार में 65 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ बाधित

- सरकारी बैंक, ग्रामीण बैंक, को-ऑपरेटिव बैंक की सभी शाखाएं रही बंद

- कई निजी बैंकों का भी शटर डाउन किया हड़तालियों ने

PATNA : यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर बैंकों के हड़ताल से मंगलवार को सभी सरकारी बैंकों में ताला लटका रहा। इसके कारण सामान्य बैंकिंग गतिविधियां प्रभावित रही। विभिन्न मांगों को लेकर बैंकर्स ने अपना कामकाज ठप रखा था। इससे राजधानी समेत जिले भर के विभिन्न बैंकों में लगभग ख्0 करोड़ रुपए से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ है। बैंक यूनियनों की मांग है कि केन्द्र सरकार द्वारा विलय अर्थात मर्जर को रोका जाए और देशभर में बैंक कर्मियों को नोटबंदी के दौरान किए गए ओवरटाइम का भुगतान बतौर बोनस किया जाए।

निराश लौट ग्राहक

राजधानी पटना के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, इलाहाबाद बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, ग्रामीण बैंक सहित विभिन्न बैंक शाखाओं में वित्तीय लेन-देन नहीं हुआ। जिससे आम लोगों से लेकर व्यवसायी वर्ग को काफी परेशानी हुई। बैंक हड़ताल की जानकारी के अभाव में सुबह बैंक आकर लोग बिना लेन-देन किए निराश लौट रहे थे।

सड़क पर उतरे बैंक कर्मी

स्ट्राइक के दौरान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर भारी संख्या में बैंक के कर्मचारी सड़क पर उतर आए और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। स्ट्राइक के दौरान बैंक तो बंद थे ही कई जगहों पर एटीएम भी आउट ऑफ सर्विस था। जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जोनल और अंचल कार्यालयों पर सरकार के विरोध में दिन भर नारेबाजी हुई।

हड़ताल सफल होने का दावा :

ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के वरीय उपाध्यक्ष डॉ। कुमार अरविंद, भारतीय स्टेट बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष उमाकांत सिंह, बिहार प्रोविंसियल बैंक इम्पलाईज एसोसिएशन के सचिव संजय तिवारी ने कहा कि बिहार में सभी बैंकों की सभी शाखाएं, अंचल एवं जोनल कार्यालय बंद रहे।

म्भ् लाख करोड़ का लेनदेन बाधित

बिहार प्रोविंसियल बैंक इम्पलाईज एसोसिएशन के सचिव ने कहा कि एक दिन हड़ताल की वजह से म्भ् लाख करोड़ का लेनदेन बाधित हुआ। दावा किया कि बिहार में कुल म्8ब्ब् बैंक शाखाएं म्7भ्क् एटीएम बंद रहे। हालांकि, पटना में 70 फीसद के करीब एटीएम खुले मिले। रेलवे स्टेशन, अस्पताल, बस स्टैंड, हवाई अड्डा सहित अन्य सार्वजनिक स्थलों के सभी एटीएम खुले मिले। इससे बैंक ग्राहकों को राहत मिली। पटना जिले में कुल 8ख्7 शाखाएं तो बंद रहीं लेकिन क्ब्फ्ख् एटीएम में से फ्00 से फ्भ्0 एटीएम ही बंद थे। शेष एटीएम खुले रहे। बिहार में 7ख् हजार कर्मचारी एवं अधिकारी इस हड़ताल में शामिल हुए।

क्या है लोगों का कहना-

मैं सुबह से तीन एटीएम घूम चुका हूं और तीनों ही आउट ऑफ सर्विस हैं। बैंक भी बंद है और एटीएम भी काम नहीं कर रहा। ऐसे में परेशानी तो बढ़ ही गई है न। बैंक कर्मचारियों के हड़ताल से आम लोगों को काफी प्राब्लम हो रही है।

- मनोज मानव,

मुझे आज बैंक से ड्राफ्ट बनवाना था। मुझे मालूम नहीं था कि बैंक बंद है और मैं इतनी दूर आ गई। खैर अब तो कल भी आना ही पड़ेगा। थोड़ी परेशान हूं

- अनामिका कुमारी, स्टूडेंट

सुबह से यह दूसरा एटीएम है जहां मुझे अपने ही पैसे निकालने के लिए जद्दोजहद करना पड़ रहा है। इस तरह से पब्लिक को परेशान करना सही नहीं है। जब न तब बैंक वाले हड़ताल पर चले जाते हैं।

- माधूरी कुमारी, हाउसवाइफ