-बोरिंग रोड चौराहा पर तीन घंटा वाहनों का परिचालन बाधित

-अनेक गुमटी, ठेला ध्वस्त, सामान भी हुआ बर्बाद, वाहनों में तोड़फोड़

PATNA : बोरिंग चौराहा के वेस्ट साइड में फुटपाथ पर आबाद दुकान पर पुलिस प्रशासन और नगर निगम का सामूहिक रूप से बुलडोजर चला। बिना सूचना के अचानक से पहुंचे पुलिस प्रशासन की टीम ने जब ठेला और गुमटी पर बुलडोजर चलाना शुरू किया, तो ऐसे लोगों में त्राहिमाम मच गया। पहले तो लोग रोजी-रोटी की दुहाई देते रहे, मगर बाद में सब कुछ बर्बाद हो जाने पर एकजुट होकर रोड जाम कर आगजनी किया। इसके बाद पथराव और लाठीचार्ज का दौर हुआ।

अचानक पहुंची अतिक्रमण हटाने टीम

दोपहर करीब एक बजे के बाद पुलिस प्रशासन की टीम बुलडोजर, बज्र वाहन, महिला-पुरुष बल और मजदूरों की टीम लेकर पहुंचे। इसके बाद वेस्ट बोरिंग रोड के कुमार टावर के सामने वाहन पार्किंग स्थल पर अतिक्रमण कर कारोबार कर रहे लोगों पर बुलडोजर चलाना शुरू कर दिया। लाग-बाग जब तक कुछ समझते, उनके गुमटी, ठेला आदि को ढाहने का काम शुरू कर दिया गया। पहले तो लोग पुलिस प्रशासन के पदाधिकारियों से रोजी-रोटी का हवाला देकर समय देने की बात कहने लगे, ताकि सामान को हटाया जा सके। मगर वे सब पटना हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हुए और लोगों का सामान के साथ ठेला, गुमटी आदि अस्थाई निर्माण को ढाहा जाने लगा। जब कुछ बचने की उम्मीद नहीं रही, तो लोग उस स्थान को छोड़ आगे बढ़े।

एकजुट हो किया रोड जाम

दुकानदार थोड़ा आगे जाकर एकजुट हुए और फिर रोड जाम कर दिया। सड़क पर आगजनी की गई। बस समेत अन्य वाहनों का शीशा भी तोड़ा गया। इसके बाद भी पुलिस ने उन सबों की नहीं सुनी, तो इस बीच पुलिस पर पथराव कर दिया गया। इसके बाद तो पुलिस ने विरोध और रोड़ाबाजी कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया। इस घटना में दर्जन भर लोग घायल हुए। घायलों में राहुल, अजय, माइकल, बबलु, लक्ष्मी, छोटू, सोनू आदि शामिल हैं। अजय कुमार सिर फट गया है, राहुल का हाथ जला है, तो एक अन्य गंभीर रूप से घायल है। गंभीर घायलों और सिर फटे लोगों को पुलिस जीप पर बैठा कर इलाज को लेकर गई। बोरिंग रोड चौराहा पर करीब तीन घंटा तक वाहनों का परिचालन बाधित रहा। प्रभावित लोगों ने बुद्धा कालोनी थाना जाकर पुलिस पदाधिकारियों से बात करने और मामला दर्ज कराने को गए हैं। इधर पुलिस का मानना है कि पटना हाईकोर्ट का आदेश है, तो उसे लागू कराना ही है। अतिक्रमण हटाने के बाद भी लोग दोबारा काबिज हो जाते हैं और पुलिस प्रशासन के आफिसरों को अवमानना वाद को लेकर कोर्ट में खड़ा हो फजीहत का सामना करना पड़ता है। वैसे रोड जाम कर रोड़ेबाजी करने वालों को चिन्हित कर मामला दर्ज करने की बात भी कही जा रही है।

गांधी मैदान के चारों ओर चला अभियान

गांधी मैदान थाना की पुलिस के द्वारा गांधी मैदान के चारों ओर और अशोक राजपथ में भी इंक्रॉचमेंट रिमूव अभियान चलाया गया। यहां भी लोगों ने विरोध करना चाहा, मगर पुलिस की तत्परता और उपलब्ध बल को देख लोगों ने विरोध करने के बजाए अतिक्रमण को हटा लिया।