ARA : सात सूत्री मांगों को लेकर जिले की नियोजित महिला पर्यवेक्षिका कामगारों ने शनिवार को लगातार तीसरे दिन भी जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष धरना जारी रखा। धरना की अध्यक्षता करते हुए संघ की जिलाध्यक्ष शकुंतला कुमारी ने कहा कि हम अपनी मांगों के समाधान को लेकर पूरे शांतिपूर्वक तीन दिनों से धरना पर है लेकिन अफसोस यह है कि जिला प्रशासन की ओर से कोई भी अधिकारी ने इस ओर संज्ञान लेना उचित नही समझा।

प्रशासन की महिला कामगारों के प्रति सोच को दर्शा रहा है। धरना का संचालन करते हुए सारिका श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार की महिलाओं के प्रति सोच सकारात्मक है लेकिन जिला प्रशासन की सोच नकारात्मक है। आंदोलन का समर्थन करते हुए कर्मचारी महासंघ गोप गुट के जिला सचिव उमेश कुमार सुमन, जिलाध्यक्ष सुधीर कुमार केशरी, मुख्य संरक्षक जानकी प्रसाद, निराला यादव, ध्रुव पंडित, ने जिला प्रशासन से पूरजोर मांग किया कि महिला पर्यवेक्षिकाओं के आंदोलन पर सकरात्मक पहल करते हुए मांगों पर सुनवाई करनी चाहिए थी लेकिन जिला प्रशासन की नकारात्मक सोच के कारण महिला कर्मी तीन दिनों से धरना दे रही है।

आंदोलन का समर्थन भाकपा माले के राज्य सचिव राजू यादव एवं मजदूर संगठन एक्टू के राज्य सचिव क्यामुद्दीन अंसारी ने भी किया। कर्मचारी नेता उमेश कुमार सुमन एवं जानकी प्रसाद ने बताया कि जिलाधिकारी से अथक प्रयास के बाबजूद वार्ता नहीं हो सकी।

रविवार को पर्यवेक्षिकाओं के साथ बैठक में अगली रणनीति के लिए सामूहिक निर्णय लिया जाएगा। धरना पर शामिल अन्य महिला पर्यवेक्षिकाओं में प्रियंका कुमारी, पूनम श्रीवास्तव, सीता सोनल, आकांक्षा कुमारी, कुमारी इन्दु, खुश्बू कुमारी, गीता सिंह, शैलेजा शर्मा, अनामिका सिंह, रीता कुमारी, उषा उपाध्याय, रक्षा गुप्ता, संगीता कुमारी, प्रिति कुमारी, सीमी कुमारी, आभा कुमारी, ¨रकी कुमारी, फुल कुमारी, देवंती देवी,दिव्याती कुमारी, सावित्री ओझा, सीमा गुप्ता, पुष्पा कुमारी, निवेदिता दास, रूपा कुमारी, शबनम बानो एवं संध्या कुमारी आदि थी।