PATNA : राज्य सरकार द्वारा बिना सूचना ड्यूटी से गायब पाए जाने पर सजा का प्रावधान करने का असर भी डॉक्टरों पर नहीं पड़ रहा है। आठ माह के दौरान औचक निरीक्षण में ढाई सौ डॉक्टर ड्यूटी से बगैर सूचना के नदारद पाए गए। सरकार ने उनके एक वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी है।

प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों से लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में सभी दिन चौबीस घंटे इलाज की व्यवस्था की गई है।

मरीजों को हर समय इलाज उपलब्ध हो इसके लिए डॉक्टरों और कर्मचारियाें की तैनाती की गई। अस्पतालों में डॉक्टरों और कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने को स्वास्थ्य विभाग द्वारा औचक निरीक्षण करने के लिए टीम गठित गई। इसके साथ ही दूरभाष के माध्यम से निरीक्षण की भी व्यवस्था की गई।

सिविल सर्जनों को भी डॉक्टरों और कर्मचारियों पर रखने के लिए अपने स्तर पर निरीक्षण की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। तमाम व्यवस्था के बाद भी डॉक्टरों के ड्यूटी से गायब रहने की आदत पर अंकुश नहीं लग पा रहा है और हर बार औचक निरीक्षण में डॉक्टर पकड़े जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इस साल अभी तक बिना सूचना से ड्यूटी से गायब रहने वाले ढाई सौ डॉक्टर पकड़े गए हैं। जो पिछले दस सालों में सर्वाधिक है।

अस्पताल से बिना सूचना के गायब रहने की आदत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसा करने वाले चिकित्सक और कर्मियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ड्यूटी से गायब रहने वाले ढाई सौ डॉक्टरों को एक वेतन वृद्धि के लाभ से वंचित कर दिया गया।

आरके महाजन

प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग