PATNA : नालंदा में मगही पान, पटना में परवल और दरभंगा में मखाना विकास की योजना बनाए जाने की कवायद सीएम नीतीश कुमार ने की। उन्होने सचिवालय स्थित संवाद कक्ष में नए कृषि रोड मैप को लेकर कहा कि बीज प्रक्षेत्र व जैविक कॉरिडोर के विकास पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। सूबे में सभी फसलों को मिलाकर क्भ् लाख क्विंटल बीज की आवश्यकता है और यहां लगभग पांच क्विंटल बीज ही उत्पादित होता है। जरूरत इस बात की है कि पुराने बीज प्रसंस्करण संयंत्रों को आधुनिक संयंत्रों में बदला जाए। बिहार राज्य बीज निगम को सुदृढ़ करने के लिए जितनी जल्दी हो सके विशेषज्ञों की सेवाएं ली जाए। सीएम ने कहा कि आकस्मिक फसल योजना के लिए स्थापित होने वाले बीज बैंक में भंडारण की व्यवस्था ऐसी हो कि वहां तापमान और आ‌र्द्रता को नियंत्रित किया जा सके।

जैविक कॉरिडोर बनाएं तथा सीवर के पानी का ट्रीटमेंट कर सिंचाई के लिए दें

मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा के दोनों किनारों पर जैविक खेती का कॉरिडोर विकसित किया जाए। साथ ही सीवरेज के पानी का ट्रीटमेंट कर उसे सिंचाई के लिए उपलब्ध कराया जाए। नगर विकास विभाग, जल संसाधन, कृषि तथा लघु जल संसाधन विभाग आपस में समन्वय कर इस योजना को क्रियान्वित करे। कृषि विभाग के प्रधान सचिव ने मुख्यमंत्री से कहा कि अक्टूबर में जैविक कॉरिडोर का वह उद्घाटन कर दें। मुख्यमंत्री ने इस पर अपनी सहमति भी दे दी।