- पीएमसीएच समेत अन्य अस्पतालों की मानिटरिंग हुई तेज

- पटना सिटी के एक पुलिस अफसर समेत 10 लोग हैं स्वाइन फ्लू से पीडि़त

PATNA (28 Aug): पटना की हवा में स्वाइन फ्लू घुल रहा है। मरीजों की संख्या में तेजी से हो रही बढ़ोत्तरी से स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प है। प्रधान सचिव से लेकर विभाग के मंत्री ने भी बचाव को को लेकर निर्देश दिया है। एक सप्ताह में क्0 मरीजों में पाजिटिव जांच आई है जिससे विभाग में बचाव को लेकर तेजी से काम हो रहा है। पटना सिटी के एक पुलिस अधिकारी के साथ जिन लोगों में भी स्वाइन फ्लू का लक्षण मिला है उनके लिए इलाज की विशेष व्यवस्थ की गई है। इसे फैलने से रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने मास्क व अन्य सामान अस्पतालों को मुहैया करा दिया है।

- एक सप्ताह में आया मामला

पटना में स्वाइन फ्लू के मामलों में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। शुरुआत में पटना में तीन मरीजों में जांच रिपोर्ट पाजिटिव आई। इसके बाद पटना मेडिकल कॉलेज और इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में बीमारी को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई। इन तीनों मरीजों का इलाज चल ही रहा था कि पटना सिटी के एक पुलिस अधिकारी को बीमारी ने चपेट में ले लिया। दो दिन बाद ही फिर संदिग्ध मरीज आए और जांच में म् में पाजिटिव रिपोर्ट आई। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मच गया और सूचनाएं शासन तक पहुंच गई जिससे व्यवस्था भी बड़े पैमाने पर शुरू हो गई।

मेडिकल कॉलेज में बढ़ी व्यवस्था

पटना मेडिकल कॉलेज में स्वाइन फ्लू के इलाज को लेकर विशेष व्यवस्था है। पटना मेडिकल कॉलेज के प्रशासनिक अधिकारियों की मानें तो जैसे ही लक्षण मिला है कि इलाज के सामान मंगा लिए गए हैं। मास्क व दवाओं की पर्यापत व्यवस्था की गई है। अधिकारियों का कहना है कि वार्ड बनाया गया जहां और मरीजों में संक्रमण न बढ़े इसे लेकर विभाग तैयार है। अगमकुआं स्थित आरएमआरआई में स्वाइन फ्लू की जांच को लेकर और व्यवस्था बढ़ाई गई है। अस्पतालों में वार्ड बनाने के साथ बेड बढ़ाने को लेकर भी निर्देश दिया गया है। डेंगू के ख्क् और चिकनगुनिया के ब् मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग की संवेदनशीलता और बढ़ गई है।

- ऐसे फैलती है बीमारी

- डॉक्टरों के मुताबिक स्वाइन फ्लू एक तरह से छूत की बीमारी है जो खांसने, छीकने, हाथ मिलाने या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से होता है।

- यह सांस माध्यम से फैलने वाली बीमारी है।

- जब पीडि़त व्यक्ति खांसता या छीकता है तो इसके वायरस अपने सूक्ष्म रूप में हवा में फैल जाते है और जब इसके संपर्क में कोई स्वस्थ्य व्यक्ति आता है तो उसे भी स्वाइन फ्लू हो जाता है।

- स्वाइन फ्लू का वायरस दूषित या संक्त्रमित हवा से ज्यादा फैलता है ।

- स्वाइन फ्लू के कारण दूषित हाथ भी होता है क्योंकि दूषित व्यक्ति के हाथ मिलाने से यह दूसरे व्यक्ति के शरीर में पहुंच जाता है।

- इस बीमारी से डरने की जरुरत नहीं है, यह केवल गंभीर मामलों में ही यह प्राणघातक होता है।

- समय रहते स्वाइन फ्लू के लक्षण को पहचानना बेहद जरुरी होता है ।

- ऐसे लक्षण मिले तो अस्पताल जाएं

- तेज बुखार होना

- ठंड लगना

- सिर दर्द व गले में दर्द, पूरे शरीर में दर्द

- नाक बहना

- खांसी

- उल्टी, दस्त

- थकान महसूस होना

- सांस लेने में तकलीफ

- गंभीर मामलों में बलगम के साथ खून आना, बेहोश हो जाना

कोट

कई मरीजों में स्वाइन फ्लू के पाजेटिव रिपोर्ट मिलने के बाद मास्क व अन्य मेडिकल सामान उपलब्ध है। इलाज और जांच की पूरी व्यवस्था की गई है। इलाज के साथ बचाव पर भी ध्यान दिया जा रहा है।

- लखींद्र प्रसाद, एमएस

पटना मेडिकल कॉलेज