- तेज आवाज ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, छह साल में सबसे अधिक रही परेशानी

- छह सालों से पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड लगातार बोरिंग रोड चौराहा की कर रहा है जांच

- दस बजे से ग्यारह बजे तक ध्वनि 99.7 डेसिमल तक पहुंच गया

PATNA : पिछले छह सालों से लगातार पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड बोरिंग रोड चौराहा पर दीवाली के धमाका को नोटिस करती आ रहा है। पिछले साल की तुलना में इस बार दीवाली के पटाखों की आवाज काफी तेज नोटिस की गई। यही नहीं, दूसरे दिन एटमॉसफेयर में सबसे अधिक धूलकण पाया गया है। हैरत की बात है कि मार्केट यह बता रहा है कि इस बार दीवाली में पटाखा की बिक्री कम हुई है। वहीं, चौक-चौराहों पर ही कम ही पटाखा छोड़ा गया है, लेकिन इससे इस बात का कोई लेना देना नहीं है कि आवाज अधिक कैसे हो रहा है। इस संबंध में पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के साइंटिस्ट अरुण कुमार ने बताया कि पटाखा कम या अधिक से आवाज का कोई लेना देना नहीं है, क्योंकि आवाज उसके धमाके से होती है। जो लगातार नोट किया जाता है। इस लिहाजा से पिछले साल जहां 8क्.7 डेसीबल नोट किया गया था। तो वहीं इस बार 8फ्.भ् डेसीबेल नोट किया गया है। यही नहीं, पटाखों में बारूद की मात्रा अधिक होने की वजह से सुबह में धूलकण की मात्रा 99क् माइक्रोन प्रति घन मीटर नोट किया गया है। जो नॉर्मल डे से दस गुना से अधिक है।

जब डीएम ने लगाया था आदेश, तब अधिक छूटा पटाखा

पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के रिकॉर्ड पर गौर करें तो सबसे अधिक पटाखा रात दस बजे से ग्यारह बजे के बीच नोट किया गया है। इस दौरान सबसे अधिक आवाज यानि जो खतरनाक लेवल से ऊपर उठ गया है। एक घंटे तक 99.7 डेसीबेल नोट किया गया है। जो नॉर्मल डे से काफी अधिक है। और खतरनाक लेवल पर है, जबकि रात दस बजे के बाद पटाखा जलाने पर डीएम पटना ने रोक लगा रखा था। इसके बाद भी पटनाइट्स रात दस बजे से रात के ग्यारह बजे तक जमकर दीवाली मनाया।

साल दर साल पटाखों की गूंज

ख्फ् अक्टूबर ख्0क्ब् - 8फ्.भ् डेसीबल

फ् नवंबर ख्0क्फ् - 8क्.7 डेसीबल

क्फ् नवंबर ख्0क्ख् - 8ख्.फ् डेसीबल

ख्म् अक्टूबर ख्0क्क् - 8फ्.8भ् डेसीबल

भ् नवंबर ख्0क्0 - 8फ्.7म् डेसीबल

क्7 अक्टूबर ख्009 - 80.ख्8 डेसीबल