-उत्तर पुस्तिकाएं जांचने का संकट, दाखिले को लेकर आशंकित हैं छात्र

-वंचित रहने वालों का पूरा साल खराब होने का खतरा

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ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में जारी हड़ताल ने प्रवेश परीक्षाओं के परिणाम को भी अपनी जद में ले लिया है। इम्प्लाईज के आन्दोलन में पोस्ट ग्रेजुएट, एमएड और एलएलएम प्रवेश परीक्षाओं के परिणाम अटक गए हैं। इससे बीस हजार से ज्यादा परीक्षार्थियों के भविष्य को भी ग्रहण लग गया है।

अभी तक सबकुछ ठीक था

मालूम हो कि नए सेशन ख्0क्ब्-क्भ् के लिए चल रही प्रवेश प्रक्रिया में अभी तक सबकुछ ठीक चल रहा था। बीएएलएलबी, एमबीए, एमबीएआरडी, इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज, अंडर ग्रेजुएट, एलएलबी और बीएड प्रवेश परीक्षाओं के परिणाम निर्धारित समय पर ही निकाल दिए गए। इस बीच शुरू हुई हड़ताल ने पोस्ट ग्रेजुएट, एमएड और एलएलएम के परिणाम को फंसा दिया है। इन कोर्सेस में परीक्षार्थियों की संख्या बीस हजार से ज्यादा है। बता दें कि एयू में संचालित तीनों ही कोर्सेस में सीटों की संख्या सीमित है। सीटों की सापेक्ष कई गुना अधिक परीक्षार्थी होने से यह सुनिश्चित है कि सभी को एडमिशन नहीं मिलेगा। प्रवेश परीक्षा का परिणाम फंसने से हजारों परीक्षार्थियों का भविष्य फंसने का खतरा हो गया है। उन्हें डर सता रहा है कि एडमिशन नहीं मिला तो वे कहां जाएंगे। दूसरी जगहों पर भी दाखिले की प्रक्रिया लगभग खत्म हो चुकी है।

डिपार्टमेंट वाइज होने हैं पीजी के प्रवेश

गौरतलब है कि प्रवेश परीक्षा परिणाम के बाद कट ऑफ मेरिट डिसाईड करने में समय लगता है। इसके बाद काउंसिलिंग होने के बाद एडमिशन प्रॉसेस कम्पलीट होगा। रिजल्ट घोषित होने के बाद एमएड और एलएलएम जैसे एडमिशन में ही कम से कम दस दिन का समय लगेगा। बड़ी चिंता का विषय पीजी के दाखिले होंगे। ये दाखिले साइंस, आर्ट और कामर्स फैकेल्टी के अलग अलग विभागों में होते हैं। जिसमें कम से कम एक महिना तो लग ही जाता है।

तीनों परीक्षाएं आब्जेक्टिव टाइप प्रश्न पर बेस होती तो रिजल्ट निकाल देते। लेकिन, तीनों ही परीक्षाएं रिटेन मोड में हुई हैं। हड़ताल के चलते कापियां नहीं जंच पा रही हैं। पीजी के रिजल्ट निकल जाने के बाद डिपार्टमेंट वाइज एडमिशन तभी ओपन हो पाएगा जब हड़ताल खत्म होगी।

प्रो। जगदंबा सिंह

डायरेक्टर, एडमिशन, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी