-कहीं एटीएम में आया टेक्निकल फॉल्ट, तो कहीं चुनाव ड्यूटी में कर्मचारी फंसने से नहीं हो सकी फिलिंग

- पहले वीक में ही एटीएम में कैश की कमी, सैलरी निकालने के लिए लोग हो रहे हैं परेशान

GORAKHPUR: 'दिस एटीएम इज आउट ऑफ सर्विस, कैश इज नॉट अवेलबल, कैश नहीं है, पैसा नहीं है' ऐसी तख्तियां शहर भर के एटीएम के सामने फिर टंगी नजर आने लगी है। एटीएम भी बजाए पैसा देने के सिर्फ रसीद ही उगलते रहे, जबकि कुछ जगह यह व्यवस्था भी नहीं है। कमोबेश शहर के हर एटीएम का यही नजारा इन दिनों देखने को मिल रहा है। इसकी वजह से शहरवासियों के साथ ही दूर-दराज से मार्केट या मरीजों को लेकर आने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। होली के बाद शुरू हुई यह किल्लत अब तक खत्म नहीं हो सकी है और चुनाव तक अभी इसी तरह की व्यवस्था बने रहने के चांसेज हैं।

टेक्निकल फॉल्ट के साथ कर्मचारियाें की कमी

गोरखपुर में एटीएम की बात की जाए तो कुछ एटीएम टेक्निकल फॉल्ट की वजह से नहीं चल पा रहे हैं, इससे पैसा होने के बाद भी कंज्यूमर्स को कोई फायदा नहीं हो पा रहा है, वहीं दूसरी ओर कुछ बैंक्स में कर्मचारियों की कमी होने की वजह से भी कैश की फिलिंग नहीं हो पा रही है, इससे भी लोगों को कैश नहीं मिल पा रहा है। सोर्सेज की मानें तो बैंक एंप्लाइज की ड्यूटी चुनाव में लगा दी गई है, कहीं इसकी जद में एक्का-दुक्का लोग आए हैं, तो कहीं पूरे बैंक एंप्लाइज की ड्यूटी ही चुनाव के लिए लगा दी गई है।

लगन वालों की बढ़ी मुसीबत

शहर भर के लोग पैसे के लिए परेशान रहे। एक तो होली में बैंक बंदी के बाद रविवार और उसके साथ ही लगन ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी। लोगों की उम्मीद थी कि सोमवार को बैंक खुलने के बाद थोड़ा राहत मिलेगी, लेकिन सोमवार के बाद तीन दिन बीत गए, लेकिन अब तक कैश की किल्लत दूर नहीं हो सकी है। जिनके घर शादी-विवाह के आयोजन थे, उनकी कैश के लिए दर-दर भटकना पड़ा और जब कहीं कैश नहीं मिला, तो उन्हें बैंक की लाइन में लगकर पैसे निकालने पड़े।

तीमारदार हुए परेशान

कैश न होने से सबसे ज्यादा परेशानी मरीज के तीमारदारों को हुई। मरीज को एडमिट कराने के बाद जब वह एटीएम कैश लेने के लिए निकले, तो उन्हें पूरे शहर में दर्जनों एटीएम की खाक छाननी पड़ी। इसके बाद भी उनकी प्रॉब्लम दूर नहीं हो सकी। गोलघर में मौजूद एटीएम के अलावा बेतियाहाता, पैडलेगंज, डीआईजी बंगला, यूनिवर्सिटी चौराहा, कचहरी चौराहा पर कैश मौजूद नहीं था। यहां तक कि बैंक रोड पर एसबीआई के एटीएम प्लाजा में मौजूद किसी भी एटीएम मशीन में कैश मौजूद नहीं था।

हाईलाइट्स -

- सिटी में लगभग 239 एटीएम है मौजूद

- एक हफ्ते से है कैश की किल्लत

- चुनाव ड्यूटी में लगे हैं बैंक कर्मचारी

- चुनाव के बाद कैश की किल्लत दूर होने की उम्मीद

नोट - कुछ नए एटीएम खुले हैं इसलिए आंकड़ों में कुछ चेंज संभव है।

काफी देर से कैश के लिए भटक रहा हूं, लेकिन किसी भी एटीएम में पैसा नहीं है। प्राइवेट बैंक के कुछ एटीएम में पैसा है, लेकिन वहां लंबी लाइन लगी हुई है।

- मोहम्मद रेहान, स्टूडेंट

चार-पांच एटीएम की दौड़ लगा चुका हूं, लेकिन अब तक कहीं पर कैश नहीं मिल पाया है। आगे दो-तीन एटीएम और देखूंगा, नहीं तो बैंक जाकर ही कैश निकालूंगा।

- सोनू, प्रोफेशनल

लगन का मौसम है। एटीएम अब सिर्फ नाम के रहे गए हैं। कहीं कैश नॉट अवेलबल, कहीं सर्वर नॉट वर्किंग और कहीं कुछ तो कहीं कुछ मैसेज दे रहा है। काफी परेशान हो चुका हूं।

- शशितेश सिंह, स्टूडेंट

होली के बाद से कैश की किल्लत हुई है, लेकिन अब तक दूर नहीं हो पाई है। पहले सोचा था कि दो-तीन दिन में प्रॉब्लम सॉल्व हो जाएगी, लेकिन न जाने क्यों परेशानी खत्म ही नहीं हो पा रही है।

- विवेक श्रीवास्तव, प्रोफेशनल

एटीएम और ब्रांच के लिए कैश की कोई कमी नहीं है, पर्याप्त मात्रा में कैश सभी ब्रांच में अवेलबल है। कुछ टेक्निकल फॉल्ट और कुछ जगह स्टाफ की कमी से कैश टाइमली फिल नहीं हो पा रहा है, चुनाव बाद यह समस्या दूर हो जाएगी।

- महेश प्रसाद गुप्ता, चीफ मैनेजर, लीड बैंक