-शहर में हुए दीनी जलसे, आलिमों ने बयां की 15वीं शाबान की रात की फजीलत

- युवाओं की टोलियां देर रात तक करती रही आतिशबाजी और बाइक स्टंट

Meerut : दारुल उलूम समेत तमाम उलेमा दीन ने शब-ए-बराअत पर आतिशबाजी व हुड़दंग को हराम करार दिया था, लेकिन इस अपील को दरकिनार कर बरोज मंगलवार दिन ढलते ही युवाओं की टोलियां सड़कों पर उतर आई। हो-हल्ला और आतिशबाजी का दौर शुरू हो गया। हापुड़ अड्डा, ईदगाह चौपला, लिसाड़ी गेट चौपला समेत तमाम व्यस्ततम चौराहों पर सड़क के दोनों ओर लोग टीमें बनाकर खुलेआम आतिशबाजी के मुकाबले में उतर आए। वहीं दीन के आदाब से बाखबर अहले मोमिन इबादत में मसरूफ रहे। मस्जिदों में जाकर नमाज पढ़ी और मगफिरत की। कई स्थानों पर दीनी जलसों में इस रात की फजीलत बयां की गई।

उलमा-ए-दीन ने ईशा की नमाज के बाद तमाम मस्जिदों में आतिशबाजी न करने की अपील की। फरमाया गया कि शाबान की क्भ् वीं रात मुकद्दस चार रातों में से एक है। अल्लाह तआला आसमान-ए-दुनिया पर जलवा फरमा होता है और बेशुमार लोगों की बख्शिश फरमाते हैं। यही वो रात है जिसमें अल्लाह तआला आइंदा साल के अहकामात जारी फरमाते हैं।

दिन ढलते ही तमाम दीनी बातें युवाओं के जेहन से हवा हो गई। अनार, सुर्री, सुतली बम, आलू बम व धमाका आदि से जमकर आतिशबाजी हुई। शहर के हापुड़ अड्डा, इम्लियान मस्जिद के पास, लिसाड़ी गेट चौराहा, कांच का पुल, खैरनगर, हौज वाली मस्जिद के पास, फिल्मिस्तान सिनेमा के पास, ईदगाह चौपला, पत्ता मोहल्ला आदि में देर रात तक आतिशबाजी हुई। कई स्थानों पर सड़कों के दोनों ओर युवाओं की टोलियां तैनात रहीं और पटाखे छोड़ने के मुकाबले हुए। ऐसे में कई स्थानों पर लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। पटाखों से आग की सूचनाएं भी मिलीं।

कई स्थानों पर दीनी जलसे हुए, इसमें उलेमा इकराम ने शब-ए-बराअत की फजीलत बयां की। गोलाकुआं, शाहपीर गेट, भूमिया पुल व घंटाघर पर बड़े दीनी जलसे हुए। इनमें आलिम-ए-दीन ने फरमाया कि शख्स ने क्भ् शाबान का रोजा रखा उसे जहन्नुम की आग छू नहीं पाएगी। जो इस रात में नमाज पढ़ता है तो अल्लाह तआला 70 बार रहमत से उसकी ओर देखता है और 70 हाजतें पूरी करता है। कब्रिस्तानों में जाकर मगफिरत की दुआ की गई।