तीन लाख के विद्युत बकाए की वसूली के लिए गई थी टीम

फीरोजाबाद : बकाया वसूली करने गई राजस्व विभाग की टीम को बकाएदारों ने दबंगई दिखाने का प्रयास किया। एसडीएम सदर की मौजूदगी में संग्रह अमीन एवं अन्य कर्मचारियों के साथ अभद्रता की। बाद में राजस्व टीम ने दो लोगों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। उन दोनों को जेल भेजा गया है।

मामला थाना लाइनपार क्षेत्र के गांव गुंदाऊ का है। यहां रहने वाले विमल पुत्र नाहर सिंह के यहां नलकूप लगा है। बिल जमा न करने पर बकाया बढ़ कर दो लाख 96 हजार से अधिक हो गया। इसका भुगतान नहीं तो विद्युत विभाग ने रिकवरी जारी कर तहसील भेज दी। इसकी वसूली के लिए संग्रह अमीन उमेश यादव कई बार गांव जा चुके थे, लेकिन बकाएदार ने एक रुपया भी अदा नहीं किया। वित्तीय वर्ष की समाप्ति से पहले बकाया वसूलने के लिए गुरुवार को एसडीएम विजय कुमार अपने साथ नायब तहसीलदार एनराम और संग्रह अमीन को लेकर गांव पहुंचे। इस दौरान बकाएदार घर पर था।

संग्रह अमीन ने उससे बकाया चुकता करने को कहा तो वह तैश में आ गया। उसने अपने भाइयों के साथ मिलकर राजस्व टीम का विरोध शुरु कर दिया। जिससे हंगामा खड़ा हो गया। प्रत्यक्षर्दिशयों के मुताबिक बकाएदारों के परिजन एवं टीम के बाद तीखी नौंकझौंक हो गई। इस दौरान विमल भागने का प्रयास करने लगा। टीम के सदस्यों ने उसे पकड़ने का प्रयास किया तो तीनों भाइयों ने मिल कर उनके साथ अभद्रता कर दी। ये देख एसडीएम ने फोन कर पुलिस फोर्स बुलाया। पुलिस ने मौके से ग्रीश और नीरज को दबोच लिया। जबकि उनका भाई विमल भाग जाने में सफल रहा।

दोनों को थाने लाने के बाद दोनों को शांति भंग के आरोप में निरुद्ध कर दिया। बाद में उन्हें एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया। एसडीएम विजय कुमार ने उनकी जमानत अर्जी खारिज कर जेल भेजने के आदेश दिए। इस मामले में थाना प्रभारी राजीव यादव का कहना है कि वसूली के लिए टीम के पहुंचने पर तीनों भाई आपस में ही झगड़ा करने लगे थे। उनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया गया।