-कामकाज में लापरवाही पड़ेगी भारी
-प्रदर्शन के लिए तय हुई चेक लिस्ट
GORAKHPUR: जिलों में जुगाड़ की बदौलत थानेदारी पाने वालों पर नकेल कसने की कवायद शुरू हो गई है। थानेदारों की परफॉर्मेस चेक की जाएगी। मार्किंग के अनुसार, ग्रेड के आधार पर आगे की थानेदारी तय होगी। ग्रेड के मानक पर खरे न उतरने वाले थानेदारों की कुर्सी छीन ली जाएगी। आईजी ने कहा कि सभी जिलों के पुलिस प्रमुखों को चेक लिस्ट दे दिया गया है। एक माह के बाद समीक्षा में कम मार्क पाने वाले थानेदारों को हटा दिया जाएगा। आईजी का प्रयोग सफल होने पर इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जा सकता है।
जनता से व्यवहार को देंगे प्राथमिकता
थानेदारी तय करने के मानक में जनता से व्यवहार को प्राथमिकता दी जाएगी। खराब व्यवहार की शिकायत आने पर थानेदारों के खिलाफ कार्रवाई होगी। अक्सर इस बात की शिकायतें सामने आती हैं कि थानों पर उनके साथ ठीक से व्यवहार नहीं किया गया। पुलिस कर्मचारियों ने उनकी बात नहीं सुनी। अफसरों के दफ्तर में पहुंचकर फरियाद लगाने वाला हर पीडि़त इसकी शिकायत जरूर करता है। इसलिए चेक लिस्ट में जनता से व्यवहार को प्राथमिकता दी गई है। पुलिस विभाग की ओर से 10 प्रमुख बिंदुओं पर 100 की चेक लिस्ट बनाई गई है। हर बिंदु को क्रमवार विभाजित कर न्यूनतम एक अंक से लेकर चार अंत तक दिए जाएंगे।
इन बिंदुओं पर होगा निर्धारण इतने अंक मिलेंगे
1. थानों की साज-सज्जा, रख-रखाव और सफाई की व्यवस्था 20
2. थानों पर आने वाले आंगुतकों के लिए व्यवस्था 10
3. थानों के रजिस्टर, फाइलों का रख-रखाव 10
4. थानों के कार्य की समीक्षा, कार्रवाई की समीक्षा 10
5. थानों में की गई निरोधात्मक कार्रवाई का विवरण 10
6. विभिन्न अपराधों में हुई कार्रवाई, उनका ब्यौरा 10
7. लंबित विवेचनाएं, आनलाइन रिकार्ड के अनुसार 10
8. पुरस्कार घोषित अपराधी 05
9. माफियाओं पर कार्रवाई का विवरण 10
10. अतिक्रमण हटाने, ट्रैफिक सुधार पर कार्रवाई 05
यह होगी कार्रवाई
- कम अंक पाने वाले थानेदार हटाए जाएंगे।
- एक माह के बाद सभी की होगी मार्किंग
- हर काम के लिए बिंदुवार नंबर्स का होगा निर्धारण
- 20 नंबर वाले इंस्पेक्टर, दरोगा थाना पर तैनाती नहीं पा सकेंगे
अधिकतम अंक वालों को करेंगे पुरस्कृत
आईजी ने बताया कि 20 अप्रैल से ही चेक लिस्ट को लागू कर दिया गया है। एक माह बाद जिले स्तर पर समीक्षा की जाएगी। फिर उसे रेंज और जोन स्तर पर परखा जाएगा। आईजी की समीक्षा में अधिकतम अंक पाने वाले तीन थानेदारों को पुरस्कृत किया जाएगा। 20 अंक से कम पाने वाले थानेदारों को हटा दिया जाएगा। नई व्यवस्था लागू होने से थानेदारों में हड़कंप मच गया है। खासकर उनमें जो जुगाड़ की बदौलत थानेदारी पाते रहे हैं। कई ऐसे इंस्पेक्टर भी हैं जिनके कामकाज की समीक्षा किए बिना ही थानेदारी दे दी गई थी। इनमें से कुछ अभी भी पूर्वत अपने पद पर बने हुए हैं।
यह होगा फायदा
- पहले थानों के मुआयना में सब कुछ अच्छा बताया जाता था।
- मुआयना के दौरान चेक लिस्ट के अनुसार अफसर मार्किंग करेंगे।
- जिले और जोन लेवल पर एसओ के भीतर कंप्टीशन की भावना विकसित होगी।
- आब्जेक्टिव असेसमेंट में टोटल नंबर कम होने पर थानेदारी छीन ली जाएगी।
- बड़े जिलों में अंतिम तीन थानेदारों को कम परफॉर्मेस वालों पर गाज गिरेगी।
वर्जन
थानों की कामकाज की समीक्षा कर परफार्मेस चेक लिस्ट बनाई गई है। शासन की मंशा के अनुसार इससे थानों की व्यवस्था सुधारने में मदद मिलेगी। थानेदारों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। इस व्यवस्था से पब्लिक की शिकायतों को दूर करने में सहूलियत मिलेगी। परफॉमर्ेंस चेक लिस्ट के अनुसार कार्य करने का निर्देश जारी कर दिया गया है।
मोहित अग्रवाल, आईजी जोन