81 रुपये तक पहुंच गया था 1 लीटर पेट्रोल

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण 1 लीटर पेट्रोल की कीमत बढ़ते-बढ़ते 81 रुपये तक पहुंच गई थी और डीजल की कीमतें 70 रुपये प्रति लीटर के स्तर को पार कर गई थी। अब जबकि पेट्रोल कीमतों में गिरावट शुरू हो गई थी कि 12 फरवरी को एक लीटर की कीमत 80.87 रुपये तक आ गई जबकि यही कीमत 6 फरवरी को 81.24 रुपये थी। वही डीजल की कीमत 6 फरवरी को 68.39 रुपये थी जो घटकर 12 फरवरी को 67.75 रुपये प्रति लीटर आ गई।

अभी और घटेगी कच्चे तेल की कीमतें

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में अब तेजी रुक गई है। अब तेल कीमतों में लगातार गिरावट आ रही है। जानकारों का कहना है कि कीमतें अभी और कम होंगी और घटकर 62 डॉलर प्रति बैरल तक आ सकती हैं। ऐसा होने पर न सिर्फ पेट्रोल डीजल की आसमान छू रही कीमतों पर लगाम लगेगी बल्कि महंगाई भी काफी कम होगी। अमेरिका में कच्चे तेल का उत्पादन लगातार बढ़ रहा है। वहीं दुनियाभर से कच्चे तेल की डिमांड में कमी आ रही है। यही वजह है कि कीमतों में अब लगातार कमी देखने को मिल रही है।

10 फीसदी तक सस्ता हुआ ब्रेंट क्रूड

26 दिसंबर से ब्रेंट क्रूड की कीमतें अब तक 10 फीसदी घट चुकी हैं। दुनियाभर में ईंधन डिमांड में कमी आ रही है। इससे अब यह आशंका खत्म हो गई है कि तेल कीमतें बढ़कर 80 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच जाएंगी। मोदी सरकार के लिए यह एक अच्छा मौका है। अब उन्हें अपना बैलेंस शीट सुधारने का अच्छा मौका मिल गया है। मोदी सरकार ने अमेरिका और सउदी अरब से तेल कीमतों में और कटौती के लिए कहने का मन बना लिया है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें कम होने का असर सस्ते पेट्रोल डीजल के रूप में सबको मिलेगा।

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