दीप प्रज्जवलन के बाद नारियल फोड़कर कार्यालय का उद्घाटन किया. सुबह से ही आचार्य सतीश पाठक के नेतृत्व में ब्राह्मणों द्वारा पूजा-पाठ चलता रहा.
अमित शाह ने किया उद्घाटन..
उद्घाटन के बाद अमित शाह ने पूरे कार्यालय का जायजा लिया. उन्होंने वहां मौजूद कार्यकर्ताओं को जनता के साथ कैसे पेश आना चाहिए इस बारे में टिप्स दिए.
तीन दर्जन शिकायतकर्ता नरेन्द्र मोदी के संसदीय कार्यालय के उद्घाटन से पहले ही वहां पहुंच चुके थे. उद्घाटन की फॉर्मेलिटी के बाद उन्होंने कार्यालय को अपनी शिकायतें सौंपीं. पहला दिन होने की वजह से इनपर कोई कार्रवाई तो नहीं हो पाई लेकिन सभी शिकायतों को दूर तलक ले जाने और उनके निस्तारण का आश्वासन दिया गया. शिकायत करने के लिए कैंट, रोहनिया, गंगापुर, बड़ागांव, पश्चिम बंगाल, मिर्जापुर, सोनभद्र समेत अन्य स्थानों से कई लोग आए थे. कोई नौकरी, कोई अफसरों की मनमानी, कोई बालक लापता होने समेत तमामों शिकायतें लेकर पहुंचे थे.
इस दौरान कार्यालय में उद्घाटन की फोटो लेने से मना करने पर मीडियाकर्मियों और कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोंकझोंक भी हुई.
पांच साल में बनारस की तस्वीर बदल जाएगी. इसका इतना विकास हो चुका होगा कि लोग पहचान तक नहीं पाएंगे. ये बातें कार्यालय के उद्घाटन के बाद अमित शाह ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहीं. उन्होंने कहा कि विश्व की प्राचीन नगरी काशी देश का आदर्श शहर बनेगा. यहां की आध्यात्मिक ऊंचाई को और बढ़ाने के साथ ही इसे ज्ञान का केंद्र बनाने की प्लैनिंग है. विकास की नई योजनाओं का खाका खींचा जा रहा है. इसके लिए जनता का भी सपोर्ट चाहिए. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का बाबतपुर हवाई अड्डे से रवीन्द्रपुरी कॉलोनी तक कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त वेलकम किया. भाजयुमो काशी क्षेत्र अध्यक्ष रणंजय सिंह, सीनियर लीडर दयाशंकर मिश्र दयालु, रोहन सिंह, दीपक गुप्ता, डॉ. जेएस राय, दिनेश सिंह समेत सैकड़ों कार्यकर्ता जुलूस के साथ पूरे रास्ते उनके साथ रहे. उद्घाटन के दौरान यूपी बीजेपी के प्रमुख डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी, मेयर रामगोपाल मोहले, सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त, छोटे लाल खरवार, अनुप्रिया पटेल, विधायक रवींद्र जायसवाल, श्यामदेव राय चौधरी, ज्योत्सना श्रीवास्तव, सुशील सिंहआदि प्रमुख लोग प्रेजेंट रहे.