महामना मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा को हाथ जोड़कर नमन करते अनिल कपूर.
'मिस्टर इंडिया' की अदाओं ने बनाया दीवाना
झकास मैन से मिलने को बेताब दिखे स्टूडेंट्ïस.
बीएचयू के एंफीथियेटर ग्राउंड में बना विशाल पंडाल और शनिवार को वहां मौजूद हजारों युवा दिलों के स्पंदन की गूंज. सभी की निगाहें एकटक स्टेज पर. बीतता हुआ हर पल पंडाल में उपस्थित हर किसी को बेचैन किये दे रहा था. अचानक स्टेज पर चहलकदमी बढ़ी और युवाओं का जोश एकदम से उफान पर आ गया. सामने स्टेज पर मिस्टर इंडिया मौजूद थे. क्या कहा, कौन मिस्टर इंडिया अरे भाई, अपने लखन. अब तो समझ ही गये होंगे. जी हां, बिल्कुल ठीक पहचाना. ये कोई और नहीं बॉलीवुड के फेमस एक्टर अनिल कपूर थे. पूरे पंडाल ने एक अलग उत्साह के साथ अनिल कपूर का ग्रैंड वेलकम किया.
अनिल कपूर ने अपनी अदाओं से हर किसी को दीवाना बनाया. मंच पर पहुंचते ही उन्होंने नमस्कार, आदाब, सश्रियकाल और झकास कहकर अभिवादन किया तो स्टूडेंट्स ने भी हर हर महादेव के उद्घोष से उनका अभिनंदन किया. बड़ी साफगोई से कहा कि ऐसी यूनिवर्सिटी और ऐसी ग्र्रीनरी कहीं नहीं देखी. मुझे तो किसी यूनिवर्सिटी में पढऩे का अवसर नहीं मिला लेकिन आप लोग अपने गुरुजनों से मिली सीख से देश, समाज और राष्ट्र को उन्नति के शिखर पर ले जाएं. अनिल कपूर ने एजी, ओजी, लो जी सुनो जी... गीत गाए, फिर 'मानता हूं तेरी पसंद को फादर, मसकाम, मसकाम एकदम झकासÓ डायलाग भी बोले. इसके बाद तो मंच पर जितनी जगह थी उतनी में ही डांस करने लगे, फिर क्या था स्टूडेंट्स का हुजूम मंच तक पहुंच गया.
उमंग और उल्लास का कुछ ऐसा ही नजारा बीएचयू के एंफीथियेटर ग्राउंड में शनिवार को देखने को मिला.
क्या बॉयज, क्या गल्र्स, यहां तक की टीचर्स में भी अनिल का क्रेज सिर चढ़ कर बोलता दिखा. पहली नजर में जिसने भी उन्हें देखा देखता रह गया. पहली झलक देखते ही कुछ के मुंह से निकल ही गया कि वॉव, ये कितने गोरे हैं यार. स्टूडेंट्स का कहना गलत नहीं था. डार्क ब्लू शर्ट और लाइट ब्लू जींस, आंखों पर ब्लू कलर के एविएटर सनग्लासेज में सजे अनिल की रंगत कुछ अलग ही निखर कर सामने आ रही थी. उनके स्टेज पर आने और बैठने के बाद अगली बेचैनी थी उन्हें सुनने के लिए लिये. इसके पूर्व वीसी प्रो. गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने स्टूडेंट्स को राष्ट्र निर्माण में सहभागिता की सीख दी. स्वागत प्रो. वशिष्ठ नारायण त्रिपाठी, परिचय प्रो. प्रवेश कुमार श्रीवास्तव, संचालन लक्ष्मण प्रसाद गुप्त व कृति त्रिपाठी ने तथा थैंक्स डीन ऑफ स्टूडेंट्स प्रो. महेंद्र कुमार सिंह ने दिया.
ये कोई और नहीं बॉलीवुड के फेमस एक्टर अनिल कपूर थे. पूरे पंडाल ने एक अलग उत्साह के साथ अनिल कपूर का ग्रैंड वेलकम किया.
अनिल कपूर ने एजी, ओजी, लो जी सुनो जी... गीत गाए, फिर 'मानता हूं तेरी पसंद को फादर, मसकाम, मसकाम एकदम झकासÓ डायलाग भी बोले. इसके बाद तो मंच पर जितनी जगह थी उतनी में ही डांस करने लगे, फिर क्या था स्टूडेंट्स का हुजूम मंच तक पहुंच गया.
अनिल कपूर ने स्टूडेंट्स को संकल्प दिलाया कि वे टीचर्स की इज्जत करेंगे, माता-पिता का सम्मान करेंगे, वरिष्ठ जनों की इज्जत करेंगे और दोस्त की मदद करेंगे. स्टूडेंट्स ने 'करेंगेÓ कहकर संकल्पों को जीवन में ढालने का भरोसा भी दिया. अनिल के हर शब्द पर स्टूडेंट्स तालियां बजाते रहे. मोबाइल से भी फोटो खींचने की होड़ लगी रही.
खुशी से दमकते चेहरों पर जोश और जज्बातों का लहराता समंदर और खुद को सबसे आगे और बेहतर पेश करने की सकारात्मक होड़. जी हां, उमंग और उल्लास का कुछ ऐसा ही नजारा बीएचयू के एंफीथियेटर ग्राउंड में शनिवार को देखने को मिला. मौका था इंटर फैकल्टी यूथ फेस्टिवल स्पंदन के इनॉगरेशन का. अपनी-अपनी फैकल्टीज और कॉलेजेज का बैनर थामे स्टूडेंट्स कल्चरल प्रोसेशन के लिए यहां एकत्र हुए थे.
दो बजे कल्चरल प्रोसेशन की शुरुआत हुई और इसी के साथ शुरू हुआ स्टूडेंट्स की समृद्ध कल्पना का एक ऐसा शो जिसमें स्टूडेंट्स ने अपने समाज के और देश के प्रति गंभीर सोच का प्रदर्शन किया. स्टूडेंट्स ने स्वच्छ भारत समृद्ध भारत, निर्मल गंगा, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ, हमारा विश्वविद्यालय और भ्रष्टाचार मिटायेंगे नैतिक देश बनायेंगे थीम पर अपनी प्रस्तुतियां दी.. प्रोसेशन में 22 टीमें शामिल हुईं. हर टीम को अपनी बात कहने के लिए तीन मिनट का समय दिया गया.