नाटी इमली के मौनी बाबा भरत मिलाप में चारों भाइयों ने भक्तों को दिया दर्शन.
देखिए काशी का विश्व प्रसिद्ध भरत मिलाप...
राम लक्ष्मण और भरत शत्रुघ्न के अनुपम मिलन के दृश्य ने भावुकता का माहौल पैदा किया और हर आंख नम हो गयी. ठीक शाम 4.40 बजे निर्धारित समय पर अपने भाई भरत और शत्रुघ्न से मिलने के लिए अधीर हो रहे भगवान राम दौड़े.
उधर भइया भरत पहले से ही उनके इंतजार में पलक पावड़े बिछाये हुए थे. राम ने भरत को तो लक्ष्मण ने शत्रुघ्न को सीने से लगाया और हर हर महादेव के उद्घोष से धरती और आकाश गुंजायमान हो उठा. यादव बंधुओं ने भगवान के पुष्पक विमान को उठा कर परंपरा निभायी.
भरत मिलाप में पुलिस के अडिय़ल रवैये के चलते एक बार बात बिगड़ते बिगड़ते बच गयी.
हुआ यूं कि नाटी इमली के मैदान में रविवार को भरत मिलाप के बाद यादव बंधु पुष्पक विमान को लेकर निकले. रथ के साथ कंधा बदलने के लिए अन्य यादव बंधु भी साथ थे.
पुलिस उन्हें रथ के साथ चलने से रोकने लगी. इस बात से आक्रोशित यादव बंधुओं ने भगवान के रथ को सड़क पर ही रख दिया. इसके बाद तो एडमिनिस्ट्रेशन के हाथ पांव फूल गये. अधिकारियों ने तुरंत हस्तक्षेप कर किसी तरह स्थिति को संभाला. समझाने बुझाने के बाद यादव बंधु माने और उन्होंने रथ को उठा कर गंतव्य तक पहुंचाया.