गोदावरी में स्नान कर कुंभ का पुण्य कमाने के बाद तस्वीर खिंचाता ये है नागा साधू।
तस्वीरों में देखें नासिक कुंभ में आस्था के विभिन्न रंग
नासिक में द्वितीय शाही स्नान का आनंद लेते भक्तगण।
कुंभ पर आस्था और विश्वास की उत्साह भरी छलांग।
तमाम श्रद्धालुओं की तरह नासिक की गलियों में कुंभ स्नान के लिए आया साधू भ्रमण करते हुए।
आप हैं सुरक्षित क्योंकि पुलिस ने चप्पे चप्पे पर निगरानी लगायी है।
हजारों की तादाद में अायें साधुओं के दल जिन्हें अखाड़े भी कहते हैं। ऐसे ही एक दल का सदस्य साधू अपने नेतृत्व के इंतजार में खड़ा है।
देश से नहीं विदेश से भी आये हैं श्रद्धालू।
उत्साह और आक्रोश का अनोखा समिश्रण कुंभ में ही मिलेगा।
कुभ की शंख गर्जना।
इस पावन कुंभ उत्सव को भक्तों का शत शत प्रणाम।
सिर्फ तन मन नहीं कांधों पर भी सवार होकर पहुंची गोदावरी में डुबकी लगाने भक्ति भावना।
स्नन का अनुशासन एक के बाद एक पंक्ति में पहुंचे स्नाना के लिए भक्त।
स्नान का ये भी एक अंदाज।
पतित पावनी नासिक त्रयंबकेश्वर की गोदावरी को श्रद्धाा से नमन।
अपने अखाड़े का प्रतिनिधित्व कर बदन पर तेल मल कर गोदावरी में ड़बकी लगाने को तैयार साधू।
भक्ति की नशा आंखें में भव दिल में।
बूढ़ा हो या जवान कुंभ में स्नाना करने हर कोई अपने ही अंदाज में आता है।