सुरों की महफिल में डांडिया थामे हाथ लहरा रहे थे. सतरंगी रोशनी से झिलमिलाते मंच की तरफ नजरें टिकी थीं, हर कोई डांडिया की मस्ती में डूबने को तैयार था.
चांद आया जमीं पर, आज गरबे की रात आई
चांद आया जमीं पर, आज गरबे की रात आई
सारेगामा फेम रिनी चंद्रा की एक के बाद एक प्रस्तुति पर देर रात तक लोग थिरकते रहे.
शनिवार रात को एमडी जैन में दैनिक जागरण के डांडिया रास में जमकर मस्ती की.
नवरात्र पर संस्कृति का एक और पृष्ठ जोड़ते हुए दैनिक जागरण ने डांडिया रास-2016 का आयोजन किया.
सतरंगी रोशनी से सजे मंच और मस्ती के माहौल में डूबने के लिए शाम से ही शहरवासियों का पहुंचना शुरू हो गया.
रात नौ बजे सारेगामापा फेम रिनी चंद्रा ने मंच संभाला. बॉलीवुड हिट सांग पर एक के बाद एक प्रस्तुति पर दर्शकों और श्रोताओं ने तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया. इसके साथ ही डांडिया की मस्ती के साथ दर्शक झूमने लगे, रिनी चंद्रा ने दर्शकों के मूड को भांपते हुए सुनाया-परदेसिया ये सच है पिया.
वहीं देवी का गीत सुना कर सभी को भक्ति से सराबोर कर दिया. उन्होंने जब सुनाया-तुमने मारी सीटियां, दिल की बजी घंटिया, तो युवाओं में मस्ती छा गई.
इसके बाद रिद्म बदला और दर्शकों का मूड भी बदल गया. श्रोता अपने-अपने स्थान पर ही डांडिया स्टिक लेकर रास में मशगूल हो गए, झूमने लगे.
घड़ी की सुइयां अब रात गहराने का इशारा कर रही थीं, लेकिन माहौल बिल्कुल वैसे रंगत पकड़ता जा रहा था, जैसे भक्ति और आनंद की नई भोर हो रही हो. रात होती गई और भक्ति जैसे जश्न में तब्दील होती गई.
आखिर माता के जयकारे के साथ देर रात सुरों की सरिता थमी और जेहन में उल्लास की एक और याद समेटे सब वहां से विदा हो गए.
इन्होंने किया उद्घाटन आइजी सुजीत पांडेय, डीएम गौरव दयाल, विधायक जगन प्रसाद गर्ग, दैनिक जागरण के महाप्रबंधक अखिल भटनागर, समाचार संपादक अवधेश गुप्ता, मंगलायतन यूनिवर्सिटी के मार्केटिंग हेड विवेक जैन, संस्कृति यूनिवर्सिटी के आईके पांडेय,112 साल की बुढिय़ा की घुïट्टी के नितिन घुïट्टी.
चांद आया जमीं पर, आज गरबे की रात आई
चांद आया जमीं पर, आज गरबे की रात आई
चांद आया जमीं पर, आज गरबे की रात आई
चांद आया जमीं पर, आज गरबे की रात आई
चांद आया जमीं पर, आज गरबे की रात आई
चांद आया जमीं पर, आज गरबे की रात आई
फिर एक सुरीली आवाज फिजां में गूंजा गीत-चांद आया है जमीं पर, आज गरबे की रात आई गीत से समां बन गया.