मौसम ने मंगलवार रात को अचानक करवट ली. पूरे शहर को कोहरे ने ओढ़ लिया. इसका असर बुधवार सुबह से देखने को मिला, जो पूरे दिन भर रहा. इससे पूरा जनजीवन प्रभावित हुआ. सरकारी से लेकर गैर सरकारी कार्यालयों, स्कूलों में भी असर दिखा. कोहरे से कई ट्रेनें घंटों लेट पहुंची.
ठंड से जनजीवन बेहाल, कोहरे ने धीमी की चाल
सड़कों पर ट्रैफिक रहा कमसर्दी के पहले कोहरे ने पूरा जनजीवन प्रभावित कर दिया. पूरा शहर कोहरे की चादर में लिपटा रहा. ठंडक भी रही. धुंध की वजह से सड़क पर निकलना मुश्किल हो गया. दोपहर तक सड़कों पर आवागमन में कमी रही.
वहीं कार्यालयों में भी भीड़ कम रही. मौसम विभाग के अनुसार सामान्य तापमान में कमी आई है, जिसका असर गुरुवार को भी देखने को मिलेगा. इसी तरह का कोहरा भी छाया रहेगा. मौसम विभाग के अनुसार पिछले वर्ष दिसंबर में कोहरा नहीं पड़ा था. इस वर्ष दिसंबर के पहले सप्ताह में ही कोहरा पड़ गया. इस वजह से तापमान भी सामान्य से नीचे गिर गया. कोहरे के चलते तापमान में भी जबरदस्त गिरावट आई. मौसम विभाग के अनुसार सामान्य तापमान अधिकतम 25 और न्यूनतम 19 रहता है, जबकि बुधवार को न्यूनतम तापमान गिरकर 12 डिग्र्री पहुंच गया. ये सामान्य से सात डिग्र्री कम था. विभाग के अनुसार ऐसा ही मौसम गुरुवार को बना रहेगा.
रात में गाडिय़ां रेंगने लगीं. दो पहिया वाहन चालकों को खासी परेशानी हुई. शहर की प्रमुख सड़क एनएच और शहर के भीतर स्ट्रीट लाइटों की रोशनी रात में आवागमन राहत देती है. लेकिन ये बुधवार शाम से लोगों के लिए पीड़ादायक हो गईं. कोहरे में सड़कों की लाइटों का बड़ा सहारा था, लेकिन एनएच, सिकंदरा रोड सहित अन्य कई सड़कों की स्ट्रीट लाइटें बुझी रहीं. ऐसे में कोहरे में लोगों का निकलना मुश्किल हो गया.
घंटों करना पड़ रहा इंतजारसप्ताहभर से गहराए कोहरे ने ट्रेनों के संचालन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है. लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर घंटों इंतजार करना पड़ा रहा है. कुछ ट्रेनों की देरी को धीरे-धीरे बढ़ाया जा रहा है, जिससे यात्रियों को दिक्कतें आ रही हैं.
निरस्त होने वाली ट्रेन की भी कोई अग्रिम घोषणा नहीं हो रही है. मंगलवार को जोधपुर से बनारस जाने वाली मरुधर एक्सप्रेस को रास्ते में ही ही निरस्त कर दिया गया था. इससे यात्रियों को भारी दिक्कतें हुई थीं, जबकि दूसरे दिन आने वाली ट्रेन कुल डेढ़ घंटे ही लेट रही. बुधवार सुबह आने वाली पटना-कोटा एक्सप्रेस 21 घंटे देरी से चल रही है. इस कारण कोटा से पटना जाने वाली ट्रेन भी घंटों देरी से आएगी. सभी रूटों पर जाने और आने वाली यात्री और माल गाडिय़ां घंटों देरी से दौड़ रही हैं.
हाईवे की लाइटें गुलसर्दी के बढ़ते ही सड़कों की स्ट्रीट लाइटों ने दगा दे दिया. एक तरफ कोहरे की धुंध और दूसरी तरफ कड़कड़ाती ठंड में सड़कों पर बंद लाइटों से आने-जाने वालों को खासी परेशानी हुई.