यह जिराफ प्लेन में बैठे लोगों से शायद यही कह रहा है कि भाईसाहब कुछ वक्त तो गुजारो हमारे साथ
ऐसी तस्वीरें जिन्हे देखकर आप कह उठेंगे: वाह क्या टाइमिंग है!
यह लहर इनका क्या हाल करेगी, यह आप सोच सकते हैं. दर्द के पहले की मुस्कुराहट है ये.
भाई साहब, ऊँट महाशय का चेहरा क्या इतना पसन्द आ गया आपको कि इनका चेहरा अपने ही लगा लिया.
ओह माई गॉड! इस हैंडसम बॉडी पर बिल्ली का चेहरा, कितना खूबसूरत लग रहा है.
वाह, आपकी प्रार्थना का इतना प्रभाव है कि ये भारी वेट अपने आप ही उठ गया. अगर आपने हाथ लगा दिया तो भगवान जाने क्या से क्या हो जाएगा.
हे भगवान! मछली बेचारी मगरमच्छ का निवाला बनने से पहले कितना डरी हुई है. सोच रही होगी कि अब तो कोई भी मुझे नहीं बचा सकता.
ऐसी फोटो खिंचवाने से अच्छा है कि नदी में कूद जाऊं, शायद इन मैडम ने यही सोचा होगा.
OMG! यह क्या जुड़वां भालू है जो कितना बड़ा और डरावना लग रहा है.
कोई मेरी फोटो नहीं लेता, लेकिन आज मैं अपना फोटोसेशन करवा कर ही मानूंगी.
ओ खुदा मुझको इस सियार से बचाओ, ये मेरे शैडो में समा गया है.
ये अखबार तो कमाल का है! शायद इसमें कोई स्कैनिंग डिवाइस लगी है जो कपड़ो के भीतर की तस्वीर भी दिखा देती है.
भईया अगर कुछ खिलाना ही है तो लड्डू खिलाओ, गुलाब जामुन खिलाओ, लेकिन आप तो मुझे सूरज ही खिलाने पर तुले हो.