जनरल कोंडनडेरा मद्दपा करियप्पा देश के पहले कामांडर इन चीफ थे. इन्होंने 1947 में हुई भारत-पाक वार में एज आ लीडर इंडियन आर्मी को लीड किया. के एम करियप्पा देश के उन दो जनरलों में से हैं जिनको फील्ड मार्शल उपाधि दी गई है.
Meet the Field Marshal SHFJ Manekshaw unforgettable hero
जनरल सैम होरमुसुजी फ्रामीजी जमशेद जी मानेकशॉ को हम सैम बहादुर के नाम से भी जानते हैं. एसएफएचजे मानेकशॉ इंडियन आर्मी के पहले जनरल हैं, जिन्हें फील्ड मार्शल की उपाधि दी गई. 1971 में हुई इंडो-पाक वार में एक नए देश का जन्म हुआ, जिसे हम बांग्लादेश के नाम से जानते हैं. स्वतंत्र बांग्लादेश के जन्म में अपनी उल्लेखनीय रणनीती योगदान के लिए ही मानेकशॉ को यह उपाधि दी गई. भारत-पाक के बीच हुई इस वार में पाकिस्तानी आर्मी के तकरीबन 93,000 सैनिकों ने सरेंडर किया, जो कि एक रिकॉर्ड है.
एयर चीफ मार्शल अरजन सिंह इंडियन एयर फोर्स के पहले मार्शल ऑफ एयर फोर्स हैं. देश की इंडियन एयर फोर्स में वो एक मात्र ऐसे शख्स हैं जिन्हें पांच स्टार रैंक दी गई है, जिसकी उपाधि एक फील्ड मार्शल के बराबर ही मानी गई है. साथ ही एक फाइव स्टार ऑफिसर रैंक वाले वो एक मात्र जीवित शख्स हैं.
इंडियन नेवी में फाइव स्टार रैंक एडमिरल ऑफ फ्लीट है. ये रैंक आज तक किसी को नहीं मिला है. इस रैंक के बराबर इंडियन आर्मी में फील्ड मार्शल और इंडियन एयर फोर्स में मार्शल ऑफ एयर फोर्स रैंक है.