दीप प्रज्ज्वलन से शुरूआत.
बनारस सिटी ऑफ मिलियन टेल्स कॉफी टेबल बुक लांच्ड
कलराज मिश्र को बुके देकर सम्मानित करते दैनिक जागरण वाराणसी के डायरेक्टर वीरेंद्र कुमार.
दैनिक जागरण के डायरेक्टर संदीप गुप्त ने कलराज मिश्र से हाथ मिलाकर किया परिचय.
समारोह में बतौर विशिष्टï अतिथि मौजूद रहे काशी के मेयर रामगोपाल मोहले का बुके देकर हुआ वेलकम.
प्रोग्राम के दौरान कल्चरल प्रोग्राम्स भी हुए आयोजित.
कल्चरल प्रोग्राम.
दीप प्रज्ज्वलन से हुए शुरूआत के बाद गेस्ट का वेलकम करते हुए दैनिक जागरण के डायरेक्टर वीरेन्द्र कुमार ने कहा की इस बुक में बनारस के हर पहलू को समेटने की कोशिश की गयी है. यह बुक बनारस को जानने में इंटरेस्ट रखने वालों के लिए काफी यूजफुल साबित होगी. जागरण प्रकाशन लिमिटेड के डायरेक्टर संदीप गुप्ता ने बनारस के बारे में इतनी जानकारी बेहतरीन फोटोग्राफ्स के साथ प्रेजेंट करने के लिए पूरी टीम को बधाई दी. मेयर राम गोपाल मोहले ने बनारस के बारे में लिखी गयी इस किताब के लिए जागरण परिवार की सराहना की.
अपने पुराने दिनों की चर्चा करते हुए कलराज मिश्र ने बताया कि उन्होंने बनारस को बड़ी संजीदगी से जिया है. यहीं से उनकी शिक्षा दीक्षा हुई. इस शहर में कई दर्शनों का समावेश दिखता है. यहां की अपनी एक अलग ही फिलॉसफी है. बनारस की मस्ती उसी एक दर्शन का प्रतीक है. कंधे पर गमछा लटकाये गंगा की ओर जाने वाले व्यक्ति को देखकर आप सहज ही यहां की खासियत का अंदाजा लगा सकते हैं. बनारस में एक आत्मीयता है जो लोगों को अपनी ओर खींचती है. बनारस की इसी खासियत के चलते भगवान सोमनाथ ने गंगा मइया को प्रेरित किया और उन्होंने एक शख्स को बाबा भोलेनाथ के यहां बुलाया, जो आज इस शहर का सांसद और इस देश का प्राइम मिनिस्टर है.
बुक के ऑथर बेनुल तोमर ने कहा कि बनारस एक पहेली और इस पहेली को बूझ पाना यहां के लोगों के लिए कठिन है तो मेरे जैसे बाहरी की तो बात ही क्या है. बनारस की हर चीज की अपनी एक अलग कहानी है इसीलिए इस बुक को बनारस द सिटी ऑफ मिलियन टेल्स का नाम दिया गया. अंत में आई नेक्स्ट के सीनियर न्यूज एडिटर विश्वनाथ गोकर्ण ने वोट ऑफ थैंक्स दिया. प्रोग्राम में बनारस के सभी प्रॉमिनेंट लोग मौजूद रहे.
आई नेक्स्ट की डिप्टी एडिटर व बुक की कंटेंट हेड शर्मिष्ठा शर्मा ने बुक के बारे में बताया कि यह जागरण कॉफी टेबल बुक का 16वां एडीशन है. एक बुक में बनारस को सहेजना आसान नहीं था. इतनी विविधता वाले शहर में हर चीज अपने आप में खास थी. कौन सा सब्जेक्ट लेना है और कौन सा छोड़ देना है, इसका सेलेक्शन बहुत टफ था. फिर भी बुक में बनारस के सांस्कृतिक, सामाजिक, शैक्षिक, आध्यात्मिक, औद्योगिक और व्यापारिक खासियत को बेहतरीन पिक्चर्स के साथ सहेजने की कोशिश की गयी है. इसमें हमारी टीम ने भरपूर सहयोग दिया है.