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Movie review: कांची-दी अनब्रेकेबल 3/5 star

5 photos    |   Updated Date: Thu, 24 Apr 2014 16:39:51 (IST)
1/ 5Movie review: कांची-दी अनब्रेकेबल 3/5 star
Movie review: कांची-दी अनब्रेकेबल 3/5 star

Produser: Subhash Ghai Director: Subhash Ghai Cast: Mishti, Kartik Tiwari, Rishi Kapoor, Mithun Chakraborty, Adil Hussain, Vikrant MasseyRishabh Sinha, Chandan Roy SanyalRating: 3/5 starकांची (मिष्‍ठी) एक मासूम लड़की है पर उसे खुद पर मान है कि वो एक लड़की है. उसकी अपनी छोटी सी दुनिया है जिसमें चुपके से दाखिल हो जाता है उसका प्‍यार (कार्तिक तिवारी). कांची बस अपनों के लिए और अपने के साथ जीना चाहती है एक लड़की होने के गुमान के साथ. पर वो बस सुनती है लड़कियां गाली नहीं देतीं, लड़कियां गुस्‍सा नहीं करतीं, लड़कियां ये नहीं करती, लड़कियां वो नहीं करतीं. वो बस जानना चाहती है कि लड़कियां क्‍या करती हैं अपनी जिंदगी जीती भी हैं या नहीं.

2/ 5Movie review: कांची-दी अनब्रेकेबल 3/5 star
Movie review: कांची-दी अनब्रेकेबल 3/5 star

अपने होने और अपने होने को मनवाने की कोशिश में कांची के सामने आती है सोसायटी, सिस्‍टम और पावरफुल लोग. वो सबका सामना करती है एक अनथक लड़ाई लड़ती है पर टूटती नहीं है. उसकी इस कोशिश से तूफान खड़ा हो जाता है. इनजस्‍टिस के खिलाफ खड़ी कांची के तूफान से सत्‍ता की बुनियादें हिलने लगती हैं. तब कुछ अवाजें ऐसी भी आती हैं जो कांची के इरादों की मजबूती को समझ कर उसे समझने के लिए अपने को आगे लाती हैं.

3/ 5Movie review: कांची-दी अनब्रेकेबल 3/5 star
Movie review: कांची-दी अनब्रेकेबल 3/5 star

अच्‍छे और बुरे के इस संघर्ष में कांची का वजूद घिर जाता है उसकी अपनी पहचान और जिंदगी खोने लगती है और यही तो उसे पसंद नहीं था. और उसे गुस्‍सा आने लगता है क्‍योंकि ऐसा गुस्‍सा सिर्फ लड़कियों को ही तो आता है.

4/ 5Movie review: कांची-दी अनब्रेकेबल 3/5 star
Movie review: कांची-दी अनब्रेकेबल 3/5 star

सुभाष घई को शोमैन क्‍यों कहा जाता है ये एक बार फिर इस फिल्‍म देख कर प्रूव हो जाता है. जब सबकुछ लार्जर दैन लाइफ है जो दिल को भी भला लगता है और आखों को भी. फिल्‍म में एक कॉमन मगर सीरियस इश्‍यू को सुभाष घई के स्‍टाइल में प्रेजेंट किया गया है. म्‍यूजिक हमेशा सुभाष की फिल्‍मों का प्‍लस प्‍वाइंट होता है भले ही वो बैकग्राउंड स्‍कोर हो, इस बार भी ऐसा ही है.

5/ 5Movie review: कांची-दी अनब्रेकेबल 3/5 star
Movie review: कांची-दी अनब्रेकेबल 3/5 star

कभी भी सुभाष घई ने वुमेन सेंट्रिक फिल्‍में बनाने का दावा नहीं किया पर उनकी फिल्‍मों के फीमेल करेक्‍टर हमेशा बेहद स्‍ट्रांग होते हैं चाहे वो पॉजिटिव हों या निगेटिव. इस बार तो कहानी एक लड़की के इर्दगिर्द ही घूम रही है तो उसका प्रेजेंटेशन और भी कमाल हो गया है. मिष्‍ठी और कार्तिक दोनों की फ्रेशनेस फिल्‍म को भी एक फ्रेश और इनोसेंट टच दे रही है. फिल्‍म एक बार देखने लायक तो जरूर है. अगर सेटस और लोकेशन का जादू आप को खींचे तो दोबारा भी देख सकते हैं.

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