राजेन्द्र प्रसाद घाट पहुंचने पर मारवाड़ी, माहेश्वरी, मारवाड़ी ब्राह्मण, मारवाड़ी जैन, खंडेलवाल एवं मैढ़ क्षत्रिय समाज की महिलाओं ने मां गणगौर की पूजा की.
मां गवरजा का लिया आशीर्वाद
इसके बाद उन्होंने अपने परंपरागत गीतों को गाकर अपने घरों में पूजी गयीं गणगौर, कानीराम एवं मालिन की प्रतिमाओं को गंगा में विसर्जित किया.
शोभायात्रा में रमेश चौधरी, वीरेन्द्र भुराडिय़ा, प्रमोद बजाज, जेठमन चांडक, नवरतन राठी, शंकरलाल सोमानी, पवन अग्रवाल, दीपक माहेश्वरी, गणेश प्रसाद लेाहिया, जगदम्बा तुलस्यान, रामजीलाल चांडक आदि लोग शामिल थे.
श्री गवरजा माता उत्सव समिति की ओर से बुधवार को शोभायात्रा निकाली गयी. यह सुडिय़ा स्थित अभयराम चुन्नीलाल धर्मशाला से शुरू हुई तथा चौक, ज्ञानवापी, बांसफाटक, गोदौलिया, चितरंजन पार्क होते हुए राजेन्द्र प्रसाद घाट पहुंची. यहां पर मारवाड़ी, माहेश्वरी, मारवाड़ी ब्राह्मण, मारवाड़ी जैन, खंडेलवाल एवं मैढ़ क्षत्रिय समाज की महिलाओं ने मां गणगौर की पूजा की. शोभायात्रा में बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए.
श्री गवरजा माता उत्सव समिति ने निकाली शोभायात्रा, जगह-जगह हुआ स्वागत