मार्केट में मौजूद पटाखा रंग एक से बढ़कर एक हैं. हैण्डग्र्रेनेड बिल्कुल ग्र्रेनेड की तरह नजर आता है. इसे देखकर कोई रंग से भरा समझ नहीं पाता है. छोटे-छोटे रंग के गोले हैं जिन्हें जलाने पर आवाज नहीं होती सिर्फ रंग का धुआं निकलता है. मल्टी शॉट क्रैकर मल्टी कलर वाला है. स्काई शॉट आकाश में ऊंचाई तक जाता है. इंद्रधनुषी रंग भर जाता है.
दीवाली के अंदाज में मनाई जाएगी होली
इसके साथ ही पाइप पटाखा रंग में कई कलर हैं. इसे चलाते ही एक के बाद एक कई कलर सामने वाले के बदन पर नजर आते हैं. बिल्कुल अलग अंदाज की होली का मजा देने वाले यह शानदार पटाखा रंग जेब के मुताबिक भी हैं. यह पचास रुपये से लेकर तीन सौ रुपये के बीच है.
पटाखा रंग बेहद सेफ हैं. इनमें यूज होने वाला कलर हर्बल होता है. बदन पर गिरने के बाद भी कोई नुकसान नहीं होता है. आमतौर पर मार्केट में मिलने वाले कलर में ढेरों हार्मफुल केमिकल होते हैं. इनके इस्तेमाल के बाद स्किन पर इंफेक्शन का खतरा रहता है. वहीं पटाखा होली पानी की बड़ी बचत करता है. रंगों को उड़ाने के लिए पानी की जरूरत नहीं पड़ती है.
रंग से बदन गीला नहीं होगा तो उसे छुड़ाने के लिए पानी भी बर्बाद नहीं करना पड़ता है. ऐसे में पटाखा कलर बिना नुकसान के मौज-मस्ती का फुल इंतजाम करता है. इन्हें पसंद करने वालों में हर एजग्र्रुप के लोग शामिल हैं. बच्चों के साथ यंगस्टर्स भी इसे लाइक कर रहे हैं.
मार्केट में मौजूद पटाखा रंग एक से बढ़कर एक हैं. हैण्डग्र्रेनेड बिल्कुल ग्र्रेनेड की तरह नजर आता है. इसे देखकर कोई रंग से भरा समझ नहीं पाता है. छोटे-छोटे रंग के गोले हैं जिन्हें जलाने पर आवाज नहीं होती सिर्फ रंग का धुआं निकलता है. मल्टी शॉट क्रैकर मल्टी कलर वाला है. स्काई शॉट आकाश में ऊंचाई तक जाता है. इंद्रधनुषी रंग भर जाता है. इसके साथ ही पाइप पटाखा रंग में कई कलर हैं. इसे चलाते ही एक के बाद एक कई कलर सामने वाले के बदन पर नजर आते हैं. बिल्कुल अलग अंदाज की होली का मजा देने वाले यह शानदार पटाखा रंग जेब के मुताबिक भी हैं. यह पचास रुपये से लेकर तीन सौ रुपये के बीच है.
पटाखा रंग बेहद सेफ हैं. इनमें यूज होने वाला कलर हर्बल होता है. बदन पर गिरने के बाद भी कोई नुकसान नहीं होता है. आमतौर पर मार्केट में मिलने वाले कलर में ढेरों हार्मफुल केमिकल होते हैं. इनके इस्तेमाल के बाद स्किन पर इंफेक्शन का खतरा रहता है. वहीं पटाखा होली पानी की बड़ी बचत करता है. रंगों को उड़ाने के लिए पानी की जरूरत नहीं पड़ती है. रंग से बदन गीला नहीं होगा तो उसे छुड़ाने के लिए पानी भी बर्बाद नहीं करना पड़ता है. ऐसे में पटाखा कलर बिना नुकसान के मौज-मस्ती का फुल इंतजाम करता है. इन्हें पसंद करने वालों में हर एजग्र्रुप के लोग शामिल हैं. बच्चों के साथ यंगस्टर्स भी इसे लाइक कर रहे हैं.