गोरखपुर जंक्शन से पिछले बजट में डिक्लेयर हुई इन गाडिय़ों के स्टार्ट होने से काफी फायदा होगा. यहां से सबसे ज्यादा पैसेंजर्स दिल्ली और मुंबई रूट के हैं. गोरखपुर-एएनवीटी और गोरखपुर पुणे के चलने से जहां इन रूट्स के पैसेंजर्स को राहत मिलेगी, वहीं दूसरी ट्रेंस में भीड़ कम हो जाएगी.
तीन ट्रेनों को एक साथ हरी झंडी दिखा गोरखपुर ने रचा इतिहास
गोरखपुर-नौतनवां पैसेंजर के स्टार्ट होने से इंटरनेशनल लेवल पर नेपाल से संबंध बेहतर होंगे. वहीं यहां से जाने और वहां से आने वाले टूरिस्ट्स को भी इससे काफी हेल्प मिलेगी.
गोरखपुर से दो ट्रेंस की शुरुआत के लिए रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन ने 10.30 का वक्त तय किया था. मगर रेल मंत्री को स्टेशन पहुंचने में काफी वक्त लग गया. वह 10.25 पर स्टेशन पहुंचे. इसकी वजह से ट्रेन की शुरुआत 11 बजे हो सकी. रेल राज्य मंत्री ने सभी सांसदों और जीएम के साथ दोनों ट्रेंस को झंडी दिखाई.
मनोज सिन्हा ने बताया कि कई बार लोकल लेवल पर ऐसी परेशानियां आ जाती हैं, जिनसे स्टेशन पर पैसेंजर्स एमिनिटीज से जुड़े कई वर्क पेंडिंग हो जाते हैं. इसको देखते हुए जीएम, डीआरएम और स्टेशन मैनेजर को एडमिनिस्ट्रेटिव और फायनेंशियल डिसीजन लेने के पावर दिए जा रहे हैं. इसके बाद पैसेंजर्स एमिनिटीज और डेवपलमेंट वर्क कराने के लिए उन्हें किसी से परमिशन लेने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी.
इस मौके पर गोरखपुर के सांसद महंत योगी आदित्यनाथ, डुमरियागंज सांसद जगदंबिका पाल, महराजगंज सांसद पंकज चौधरी, कुशीनगर के सांसद राजेश पांडेय, नगर विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल, मेयर डॉ. सत्या पांडेय, ले.ज. (रिटायर्ड) श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी, एनई रेलवे के जीएम राजीव मिश्र और डीआरएम अनूप कुमार के साथ ही रेलवे के आलाधिकारी, कर्मचारी और रेलवे पैसेंजर्स मौजूद रहे.