काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद की ओर से संगीतमय संध्या का आयोजन किया गया. ख्यातिलब्ध संगीताचार्यों ने अपनी कला साधना बाबा के चरणों में अर्पित की.
भोले के भाल सजा रंग और गुलाल
5 photos | Updated Date: Sun, 20 Mar 2016 23:12:17 (IST)
बाबा भोलेनाथ गये थे अपनी धर्मपत्नी माता पार्वती का गौना कराने तो उन्हें भक्तों ने रंग बिरंगे गुलाल से सराबोर कर दिया. फिर बाबा कहां शांत रहने वाले थे.
साल में एक बार निकलने वाले बाबा के रजत विग्रह को मंदिर के गर्भगृह तक ले जाया गया. लोगों का उत्साह सारी सीमाएं तोडऩे को आतुर था. उन लोगों की खुशियों का तो कोई पारावार ही नहीं था जिन्हें पालकी को कंधे पर उठाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ.
विश्वनाथ गली में हर ओर अबीर-गुलाल की बौछार थी और पूरा वातावरण रंगों से सराबोर था. ढोल, नगाड़े और शहनाई के मधुर स्वरों के बीच रह-रह कर उठ रहे हर हर महादेव के उद्घोष वातावरण को और भी भव्य बना रहे थे.
गोधुलि बेला में बाबा विश्वनाथ के चलायमान रजत विग्रह की पालकी यात्रा निकली. उनके पीछे था बाबा के बारात में शामिल लोगों का अपार जनसमूह.