सग्रादा फैमिलिया एक रोमन कैथोलिक गिरजाघर है। यह गिरजाघर बार्सिलोना स्पेन में स्थित है। इसे अन्तोनी गौदी द्वारा (1852–1926) में बनवाना प्रारम्भ किया गया था।
देखिए ये चर्च बन रही है 134 सालों से
यूनेस्को ने इसे विश्व विरासत स्थल के रूप में घोषित किया है। जबकि नवम्बर 2010 में पोप बेनेडिक्ट सोलहवें ने इसे एक छोटे पवित्र गिरजाघर के रूप में स्वीकृति दी थी।
सग्रादा फैमिलिया का निर्माण कार्य 1882 में शुरू हुआ था। विश्व प्रसिद्ध वास्तुकला विशेषज्ञ अन्तोनी गौदी इसमें 1883 में इससे जुड़े थे।
गौदी ने इसके निर्माण और योजना शैली को गोथिक और आधुनिक काल के कर्वीलाइनर शेप्स के मिश्रण से बनाने का आइडिया दिया था।
1926 में गौदी का देहान्त हुआ था तब एक चौथाई से भी कम परियोजना पूरी हुई थी। सग्रादा फैमिलिया का निर्माण धीमी रफ़्तार से आगे बढ़ा क्योंकि उसे निजी दान पर निर्भर होना पड़ रहा था।
एक और बड़ी बाधा स्पेन के गृह युद्ध के रूप में उत्पन्न हुई थी। 1950 के दशक से कभी तेज़ी से तो कभी धीमी गति से चर्च का निर्माण कार्य चलता रहा। 2010 तक चर्च का आधा निर्माण हो चुका था। और अब अनुमान है कि ये चर्च 2026 में पूरा बन जायेगा, यानि गौदी के मृत्यु के पूरे सौ साल बाद।
एक कला-प्रेमी रेनर ज़ेबस्त के अनुसार इस गिरजाघर जैसी कोई इमारत पूरी दुनिया के इतिहास में शायद मिलना मुमकिन नहीं है। वहीं पॉल गोल्डबर्गर ने इसे मध्यकाल से लेकर अब तक गोथिक वास्तु कला की ग़ैर मामूली व्यक्तिगत व्याख्या बताया है।
सग्रादा फैमिलिया को र्निमित करने का विचार दरअसल एक पुस्तक विक्रेता जोसफ मारिया बोकाबेल्ला का था जो कि एसोसिएशन एस्प्रिचुअल दे देवॉतॉस दे सान होज़े नामक धार्मिक संगठन के संस्थापक भी थे।
जोसफ वेटिकन सिटी की यात्रा से लौटे तो उन्होंने वैसा ही एक शानदार चर्च स्पेन बनाने के बारे में सोचा। शुरुआती काम 18 मार्च 1883 को वस्तुकला विशेषज्ञ फ़्रांसिस दे पौला देल विल्लार इ लोज़ानो के नेतृत्व में शुरू किया गया।
इसके पहले वस्तुकला विशेषज्ञ फ़्रांसिस दे पौला देल विल्लार इ लोज़ानो थे जो गोथिक कला को पुनः स्थापित करना चाहते थे। 1883 में गौदी ने निर्माण की कमान अपने हाथ में ली। हालांकि 1884 से उन्हें वास्तुकला निर्देशक का पद प्राप्त हुआ।