सड़कों के मकडज़ाल में रूक रूक कर चलने वाली जिंदगी से हर कोई छुटकारा चाहता है. इस बच्ची ने ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम को बखूबी मैंनेजमेंट करने का तरीका इस मॉडल के जरिये पेश किया. अगर यह मॉडल इंप्लीमेंट किया जाए तो हमारे देश में वास्तव में ट्रैफिक प्रॉब्लम से नहीं जूझना होगा. इसके साथ ही रेाड एक्स्डिेंट्ïस में भी गिरावट होना श्योर है.
छोटी उम्र में बड़े प्रयोग करने वाले इन बच्चों को देख आप भी दबा लेंगे दांतों तले उंगली !
कस्तूरबा नगर निगम बरेली मंडल की छात्रा सोनल ने खेतों में फसल को कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है इसके लेजर बार का मॉडल तैयार किया है. एक बीघा तक के ग्रिल से घिरे खेत में इसे यूज किया जा सकता है. लेजर बार की खासियत यह है कि खेत में यदि कोई जानवर या चोर एंट्री करता है तो लेजर बार एलॉर्म करेगा. यदि जानवर या चोर गेट के पास पहुंच जाता है तो फिर एलॉर्म लगातार बजता रहेगा. इससे खेतों में फसल को बचाया जा सकता है. यह बैटरी से संचालित होगा.
प्रदर्शनी में बच्चों के बनाए एक से बढ़कर एक मॉडल्स किए गए हैं डिस्पले.
इस आर ओ प्लांट को भी किया गया प्रदर्शित.
बिजली की क्राइसिस बुनकरों के लिए बड़ी प्रॉब्लम है. बुनकरी पेशे में बिजली का होना जरूरी है. इसी प्रॉब्लम पर मंथन के बाद नेशनल इंटर कॉलेज, पीलीकोठी के हाईस्कूल के स्टूडेंट जियाउर रहमान ने चरखे से बिजली उत्पादन का मॉडल तैयार किया है. डायनमो के जरिए चरखा चलाकर पावर एनर्जी सेविंग की जाएगी जो लगभग छह से सात घंटे तक वर्क करेगी. इससे आप पंखा, एलईडी टार्च, चार्जर जला सकते हैं.
कस्तूरबा नगर निगम बरेली मंडल की छात्रा सोनल ने खेतों में फसल को कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है इसके लेजर बार का मॉडल तैयार किया है. एक बीघा तक के ग्रिल से घिरे खेत में इसे यूज किया जा सकता है. लेजर बार की खासियत यह है कि खेत में यदि कोई जानवर या चोर एंट्री करता है तो लेजर बार एलॉर्म करेगा. यदि जानवर या चोर गेट के पास पहुंच जाता है तो फिर एलॉर्म लगातार बजता रहेगा. इससे खेतों में फसल को बचाया जा सकता है. यह बैटरी से संचालित होगा.
गाजियाबाद गवर्नमेंट गल्र्स इंटर कॉलेज, बरेली मंडल की स्टूडेंट दिव्या मिश्रा ने ट्रांसपोर्ट सेफ्टी मॉडल बनाया है. रोड व रेल एक्सिडेंट को रोकने के लिए यह मॉडल बनाया गया है. इसके लिए जरिये दो कारों में लाइट डिपेंड रजिस्टेंस एलडीआर लगाकर एक्सिडेंट रोकने की तरकीब बताई गई है. एग्जामल के तौर पर यदि एलडीआर लगी दो कारें आमने-सामने आ रही हैं तो नजदीक पहुंचते ही कार की रोशनी एलडीआर पर पड़ते ही दोनों कारें अपने आप रुक जाएंगी. यहीं कंडीशन टे्रन्स पर भी अप्लाई होगा. इससे बहुत हद तक एक्सिडेंट पर रोक लगेगी.
सिटी में अक्सर देखने को मिलता है कि स्ट्रीट लाइट दिन में भी जलती रहती है. इस प्रॉब्लम का सॉल्यूशन निकाला है चंदौली के महेंद्र टेक्निकल इंटर कॉलेज के स्टूडेंट विष्णु व दीपक ने. दोनों स्टूडेंट्स ने आटोमैटिक स्ट्रीट लाइट मॉडल बनाया है जिसमें सेंसर के जरिए दिन में रोशनी पडऩे पर स्ट्रीट लाइट अपने आप ऑफ हो जाएगी. अंधेरा होने पर अपने आप ऑन हो जाएगी. बिजली की बर्बादी को रोकने के लिए यह मॉडल बनाया गया है.
घने जंगल वाले रेलवे रूट पर अनमैंड फाटक पर रेल कर्मचारी अक्सर रात में अक्सर गायब मिलते हैं. इससे जानवर टे्रन की चपेट में आकर मरते रहते हैं. ऐसा नहीं हो इसके लिए पीलीभीत बरेली मंडल के स्टूडेंट संदीप सिंह ने आटोमैटिक रेलवे क्रॉसिंग मॉडल बनाया है. सर्किट बनाकर उसे अनमैंड क्रॉसिंग पर लगाया जाएगा. जो टे्रन का हॉर्न बजते ही एनर्जी सेविंग कर लेगा. इसी एनर्जी से फाटक नीचे गिर जाएगा. टे्रन गुजर जाने के बाद फाटक अपने आप ऊपर उठ जाएगा.