न्यूजीलैंड के दक्षिणी द्वीप के दक्षिणी तट पर लिया गया ल्यूक का ये फोटोशूट उनके अवॉर्डेड फोटोग्राफ्स में से एक है। पानी के बीच बड़ी-बड़ी चट्टानों की ये श्रंखला न जाने कितनी ऊंची या कितनी गहरी है, जिसकी चोटी के चारों परिंदे उड़ान भरा करते हैं।
दिल थाम कर देखिए, अवॉर्डेड फोटोग्राफर्स की ये तस्वीरें हिला देंगी आपको
न्यूजीलैंड के दक्षिणी द्वीप पर आया ये तूफान। आप सोच सकते हैं ऐसे तूफान के बीच खुद को? लेकिन ल्यूक ने इस तूफान की फोटो कैसे ली होगी, क्या ये सोच सकते हैं आप।
रेत पर आए ऐसी तूफानी हवा के झोंके के बीच ली गई ल्यूक की इस फोटो ने उनकी मदद की उनको फोटोग्राफर ऑफ द ईयर बनने में।
इनकी फोटोग्राफ्स के लिए इन्हें यूएस डॉलर 5000 की धनराशि का पुरस्कार दिया गया। ऑस्ट्रेलिया में जबरदस्त शॉट्स लेने के बाद ल्यूक ने कनाडा और न्यूजीलैंड में जाकर फोटो खींचीं। ल्यूक कहते हैं कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया से फोटोग्राफ्स लेने सीखे। उनके अनुसार ऑस्ट्रेलिया में ऐसे तरह-तरह के चौंकाने वाले लैंडस्केप्स आपको आसानी से मिल जाएंगे, जिनकी फोटो आपको अवॉर्डेड बना देगी। कुछ ऐसी ही है ये इनकी ये अवॉर्डेड फोटोग्राफ जबरदस्त घने कोहरे की।
फोटोग्राफर रिकार्डो दा कुन्हा ने ये तस्वीर वोल्केन विलारिका में सक्रीय होते ज्वालामुखी वाले पर्वत की ली। इसके दो हफ्ते बाद ये ज्वालामुखी फट गया था।
समुद्र की ऊंची उठती लहरें समंदर के रौद्र रूप का परिचय देती हैं।
जरा सोचिए कि कैसे पानी के अंदर जाकर ली होगी लहरों से संग्राम करती लहरों की ये फोटो।
आमतौर पर प्राकृतिक झरने आंखों के साथ-साथ मन को भी सुकून देते हैं, लेकिन इस झरने को देख आप भी डर जाएंगे।
2015 के एक अन्य अवॉर्डेड फोटोग्राफर यूके के जॉन मर्टिन को बर्फबारी के बीच इस फोटो के लिए पुरस्कृत किया गया।
वॉरेन कीलन, एक सीस्केप और सागर वॉलोन्गॉन्ग आधारित ल्यूक की समुद्र की लहरों की ली गई फोटो ने भी अवॉर्ड जीतने में उनकी मदद की। समुद की तरह-तरह की लहरों की उन्होंने एक सीरीज बनाई। आइए देखें हर एक अंदाज में लहरों की उनकी ये फोटोग्राफ्स।