अजीम प्रेमजी (India) : डोनेशन : $2.1 billionटेक टाइटन विप्रो के जनक अजमी प्रेम जी ने अपनी कंपनी की ओर से 2001 में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की शुरुआत की. शुरुआत में ही इन्होंने अपनी फाउंडेशन को कंपनी की तरफ से 125 करोड़ डॉलर के शेयर दे दिए. इसके बाद पिछले साल इन्होंने 2 अरब डॉलर के और शेयर को ट्रस्ट के नाम किया. बता दें कि इनका फाउंडेशन भारत में पब्लिक स्कूल्स की मदद को लेकर काम करता है. अब जुलाई में इनकी ओर से शिक्षकों को ट्रेनिंग देने वाली अजीम प्रेमजी यूनीवसिर्टी का भी शुभारंभ होने जा रहा हे.
तस्वीरों में देखें, दुनिया के 19 बड़े दानवीरों को
वॉरेन बफेट (U.S.) : डोनेशन : $8.3 billionएक समय था जब बफेट ने इस बात का निर्णय लिया था कि वो अपनी मौत से पहले कुछ भी दान नहीं करेंगे, लेकिन हां उसके बाद के लिए वो सबकुछ दे जाएंगे. अपने ऐसे फैसले के बाद अचानक 2006 में इनकी सोच में कुछ परिवर्तन हुआ और इन्होंने ज्यादा से ज्यादा 30 अरब डॉलर को गेट्स फाउंडेशन को देने का फैसला लिया.
कार्लोस स्लिम हेलू (Mexico) : डोनेशन $4 billionयूं तो लोगों के बीच दुनिया के रईस इंसानों में गिने जाने वाले कार्लोस चैरिटी देने के बजाए लोगों को रोजगार देने पर विश्वास रखते हैं. इसके बावजूद इन्होंने 2006 में 2 अरब डॉलर की संपत्ति और 2010 में 2 अरब डॉलर की संपत्ति अपनी कार्लोस स्लिम फाउंडेशन में दान की. इनके ज्यादातर कार्यक्रम डिजिटल एजुकेशन और स्वास्थ्य पर केंद्रित होते हैं.
माइकल डेल (U.S.) : डोनेश्ान : $1.2 billion1999 में डेल के संस्थापक माइकल और इनकी पत्नी सुसान डेल ने मिलकर अपने एक फाउंडेशन की शुरुआत की. इस फाउंडेशन का उद्देश्य गरीब बच्चों के जीवन सुधार को लेकर काम करना है. इस फाउंडेशन में आया हुआ पैसा बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए उन्हें स्कॉलरशिप और अन्य बच्चों को स्कूल में पढ़वाने तक में मदद के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है. इन्होंने अपनी संपत्ति का एक हिस्सा अपनी फाउंडेशन के नाम कर दिया.
डाइटमर होप, (Germany) : डोनेशन : $1.25 billionIBM के अपने चार साथियों के साथ मिलकर होप ने सॉफ्टवेयर कंपनी SAP की नींव रखी. 1995 में इन्होंने नॉन प्रॉफिट डाइटमर होप फाउंडेशन को अपनी संपत्ति का 70 प्रतिशत हिस्सा दान कर दिया. अब इनके फाउंडेशन को जर्मनी और यूरोप के सबसे बड़े प्राइवेट फाउंडेशन के रूप में गिना जाता है.
एली ब्रॉड (U.S.) : डोनेशन : $2.6 billionब्रॉड, जिन्हें कुल दो कामों के लिए जाना जाता है (पहले होम बिल्डर के रूप में और उसके बाद इंश्योरेंस एन्युविटीज़ इंडस्ट्री को लेकर.), इन्होंने फीलेन्ट्रॉफी पर सबसे ज्यादा फोकस किया है. इन्होंने भी अपने फैमिली फाउंडेशन में 2.6 अरब डॉलर का डोनेशन दिया. इन्होंने हमेशा से व्यक्तिगत शिक्षकों को अवॉर्ड देने के माध्यम से पब्लिक एजुकेशन में सुधार की कोशिश की है. इसी क्रम में पिछले साल इन्हें लॉस एंजेलिस में एक म्यूजियम बनाने की अनुमति मिली है. इसी के साथ ही इनका फाउंडेशन मेडिकल रिसर्च पर भी बराबर काम करता रहता है.
जॉर्ज केइसर (U.S.) : डोनेशन $4 billionये सरकार की जिम्मेदारी है कि धरती पर पैदा होने वाले हर बच्चे को एक समान अधिकार मिले, लेकिन अक्सर ऐसा होता नहीं है. ये कहना है जॉर्ज का. वो कहते हैं कि इस दुनिया के बारे में हम जिनता जानते हैं, उतना अक्सर होता नहीं है. तुलसा के सबसे अमीर आदमी जॉर्ज अब तक अपनी फैमिली फाउंडेशन को 4 अरब डॉलर दान में दे चुके हैं. इनकी ये फैमिली फाउंडेशन औरतों को ड्रग्स के चंगुल से छुड़ाने, तुलसा के पब्ल्कि स्कूलों में सुधार और चाइल्डहुड एजुकेशन सेंटर्स को डेवलप करने को लेकर काम करती है.
जॉर्ज सोरोस (U.S.) : डोनेशन : $8 billionस्टॉक निवेशक जॉर्ज सोरोस 1979 से अब तक अपनी 8 अरब डॉलर की संपत्ति को दान कर चुके हैं. अपनी ओपेन सोसाइटी की ओर से ये 1.7 अरब डॉलर ह्यूमन राइट्स और लोकतंत्र को बढ़ावा देने के लिए दान कर चुके हैं. इसके अलावा अगले 1.6 अरब डॉलर का दान शिक्षा के क्षेत्र में किया गया.
गॉर्डन मूर (U.S.) : डोनेशन : $6.8 billionइंटेल कंपनी के सह संस्थापक और पूर्व CEO गॉर्डन मूर ने सन् 2000 में गॉर्डन और बिटी मूर फाउंडेशन के स्टॉक में 6 अरब डॉलर की संपत्ति दान की. बताते चलें कि उनका ये फाउंडेशन विज्ञान, पर्यावरण संरक्षण और नर्सिंग एजुकेशन पर काम करता है. यहां एक खास बात यह है कि इस फाउंडेशन की नर्सिंग एजुकेशन में ब्रेन चाइल्ड पर खास ध्यान दिया जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि इनकी पत्नी बिटी ब्रेन चाइल्ड की ही समस्या से जूझ रहीं हैं. उनके साथ ऐसा एक अस्पताल में नर्स द्वारा दिए गए एक गलत इंजेक्शन की वजह से हुआ.
हरबर्ट और मैरिओन सैंडलर (U.S.) : डोनेशन : $1.5 billionसैंडलर्स ने अपने फाउंडेशन की शुरुआत की. 2006 में इन्होंने 25 अरब डॉलर अपनी फाउंडेंशन को डोनेट कर दिए. ये उस समय की बात है जब ये क्रेडिट क्राइसेस के दौर से गुजर रहे थे. इस जोड़े को सबसे ज्यादा दान करने वाले जोड़े के रूप में जाना जाता है. इसके बाद और इसके अलावा इन्होंने वैज्ञानिक रिसर्च, खासतौर पर बीमारियों और अस्थमा जैसी बीमारियों के लिए अपनी काफी संपत्ति दान की.
जॉन हंट्समैन (U.S.) : डोनेशन : $1.2 billion1992 में जॉन का कैंसर का इलाज किया गया. ट्रिटमेंट के लिए अस्पताल जाते समय इन्होंने तीन क्रम में काम किया. पहला उनके लिए जिनके पास रहने के लिए घर नहीं हैं. इनके लिए इन्होंने 1 करोड़ डॉलर का चेक दिया. इसके बाद इन्होंने अपने अगले कदम में ऐसे ही लोगों के नाम 1 करोड़ रुपये का चेक और कर दिया. इसके बाद आखिर में इन्होंने 5 लाख डॉलर का चेक एक क्लीनिक के नाम किया, जो ऐसे लोगों के इलाज का काम करती है.
जेम्स स्टोवर्स (U.S.) : डोनेशन : $2 billionम्यूचुअल फंड के टायकून जेम्स 2000 के बाद से फोर्ब्स की सूची में शामिल नहीं हो सके. इससे पहले ये लाइम लाइट में आए थे कैनसास शहर में अपने स्टोवर्स इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल रिसर्च सेंटर में 1.2 अरब डॉलर की संपत्ति को दान करने पर. इनका फाउंडेशन कैंसर, डायबिटीज, हृदय रोग व अन्य संबंधित बीमारियों को लेकर रिसर्च व इनसे जुड़े अन्य काम करता है.
क्लॉस (Germany) : डोनेशन : $1.1 billionSAP के इस सह संस्थापक ने 1995 में अपने फाउंडेशन को अपनी संपत्ति से 7 करोड़ की संपत्ति को दान कर दिया. अब क्लॉस 1998 में रिटायर हो चुके हैं और अपना ध्यान अपने फाउंडेश्ान पर देते हैं. इनका फाउंडेशन शिक्षा, कंम्प्यूटर शिक्षा और विज्ञान के क्षेत्र में काम करता है. खासतौर पर विज्ञान से जुड़े प्रोजेक्ट्स को प्रमोट करने का.
ली का-शिंग (Hong Kong) : डोनेशन: $1.6 billionली ने 1980 में एक फाउंडेशन की शुरुआत की. इस फाउंडेशन की शुरुआत शांताऊ यूनीवर्सिटी को बतौर तोहफे के रूप में की गई थी. 2005 जनवरी में इन्होंने अपनी फाउंडेशन को 1 अरब डॉलर की संपत्ति दान की. इसके बाद 2006 में ली फाउंडेशन को इनकी कंपनी की ओर से फिर से संपत्ति का एक तिहाई हिस्सा दान में दे दिया गया.
माइकल ब्लूमबर्ग (U.S.) : डोनेशन : $1.8 billionब्लूमबर्ग अब तक 850 बार से ज्यादा चैरिटी कर चुके हैं. ब्लूमबर्ग अधिकतर स्मोकिंग के खिलाफ कैंपेन को सपोर्ट करते नजर आए हैं. इसके साथ ही इन्होंने नेशनल गन कंट्रोल लॉ और न्यूयॉर्क के आर्ट इंस्टीट्यूशंस की भी बढ़चढ़ कर मदद की है.
पॉल ऐलेन (U.S.) : डोनेशन : $1 billionपॉल को पहली बार बिलियन डॉलर डोनर्स में गिना जाता है. हाल ही में इन्होंने 26 करोड़ डॉलर की संपत्ति वाशिंगटन स्टेट यूनीवर्सिर्टी को डोनेट की है. ऐसा इन्होंने ग्लोबल एनिमल हेल्थ स्कूल के पूरा होने पर किया. इनको लेकर माइक्रोसॉफ्ट के सह संस्थापक कहते हैं कि इन्होंने अपने जीवन में सबसे ज्याद प्राथमिकता विज्ञान को दी.
स्टीफेन (Switzerland) : डोनेशन: $1 billionस्विस जर्मन इंडस्ट्रियल फॉरच्यून की चौथी पीढ़ी के सदस्य स्टीफेन का बचपन का सपना था मशनरी बनना. 2003 में 47 साल की उम्र में रिटायर होने के बाद इन्होंने फीलेन्ट्रॉफी पर ध्यान दिया. इसी साल इन्होंने वीवा ट्रस्ट की नींव रखी. तभी इन्होंने अपनी फाउंडेशन को अपनी संपत्ति से 1 अरब डॉलर की संपत्ति दान की.
टेड टर्नर (U.S.) : डोनेशन : $1.2 billionशायद टर्नर ऐसे पहले सेलिब्रिटी बने जिन्होंने अपने संपत्ति से 1 अरब डॉलर का दान किया हो. अपना केबल टेलीविजन अम्पायर बनाते समय टर्नर को अन्य अरबपतियों की ओर से काफी कोसा गया. ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि काफी कम समय में इनके पास अरबों की संपत्ति आ गई और अभी काफी एनर्जी बाकी होते हुए भी ये अपनी संपत्ति के छोटे हिस्से को भी दान में नहीं निकालते थे. इसके बाद इन्होंने खुद अपने मन से 1 अरब डॉलर की संपत्ति बीमारियों से लड़ने वाली संस्था को दान कर दी.
बिल गेट्स (U.S.) : डोनेशन : $28 billionअपने शुरुआती दौर में गेट्स ने एक नहीं, बल्कि कई क्षेत्रों में दान किया है. इनमें हारवर्ड का कम्प्यूटर साइंस डिपार्टमेंट, लाइब्रेरी, पाइलट हाईस्कूल और लोकल चैरिटी संस्थाएं प्रमुख हैं. बताते चलें कि 1999 से गेट्स अपनी संपत्ति को दान के क्षेत्र में दुनिया के सामने आए. ये वो समय था जब इन्होंने अपने फैमिली फाउंडेशन को माइक्रोसॉफ्ट स्टॉक से 16 बिलियन डॉलर दान किए थे.