राजधानी देहरादून से करीब 245 किमी दूर टिहरी जनपद के घनसाली तहसील के भिलंगा ब्लाक स्थित जखन्याली गांव को बुधवार की रात वीभत्स प्राकृतिक आपदा का शिकार होना पड़ा. जखन्याली गांव के निकट बादल फटने से दर्जनभर मकान व चार गौशालाएं मलबे में दफन हो गई, इनमें छह लोगों की मौत हो गई.
टिहरी में बादल फटा
मृतकों में एक महिला और उसके दो बच्चे शामिल हैं. जिनके शव बरामद कर लिए गए हैं. महिला का पति गंभीर रूप से घायल है. जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस वक्त ये सभी अपने मकान में सो रहे थे, जबकि मलबे में दबे अन्य दो लोगों के शव निकालने का काम जारी है.
इस दुर्घटना में मरने वालों में मगनी देवी (66), लज्जू देवी (60) देबू (8) पुत्री विनोद प्रसाद, मंगलेश्वर देवी (38), रीतिका (15) पुत्री विनोद प्रसाद व राजेश नौटियाल (33) के रूप में पहचान हुई है. हादसे में विनोद प्रसाद गंभीर रूप से घायल हो गया, उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है.
सुबह करीब आठ बजे नई टिहरी के डीएम युगल किशोर पंत और एसपी मुख्तार मोहसिन ने मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया.
टिहरी के जखन्याली में बादल फटने के कारण हुए दर्दनाक हादसे पर राज्यपाल डा. अजीज कुरैशी व सीएम हरीश रावत ने गहरा दुख जताया है. सीएम ने दुर्घटना में मृतकों की आत्मा की शांति व दुख की इस घड़ी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने के साथ ही घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है.
सीएम हरीश रावत ने जिला प्रशासन को दुर्घटना में घायलों की उचित उपचार के साथ ही मृत लोगों के परिजनों को अनुमन्य राशि शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. जिससे प्रभावित को जीवन बसर करने में मदद मिल सके.
प्रभारी मंत्री हरक सिंह रावत व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय टिहरी के जखन्याली के लिए रवाना हो गए हैं.
जहां वे बचाव व राहत कार्यों का जायजा लेने के साथ ही सरकार को वहां के हालात की जानकारी देंगे.