लता मंगेशकर और आशा भोसले:संगीत की दुनिया में शामिल हुए परिवारों में एक लता मंगेशकर का परिवार है। भारत रत्न लता मंगेशकर ने तीस से अधिक भाषाओं में गाने गाए हैं। साठ के दशक में लता पार्श्वगायिकाओं की महारानी कही जाने लगी। ऐसे में उनकी तर्ज पर ही उनकी छोटी बहन आशा भोसले ने भी इसी दुनिया में अपना भविष्य तलाशा। इसके अलावा आशा भोसले के बेटे भी सुप्रसिद्ध संगीतकारों के रूप में मशहूर हुए।
तस्वीरों देखें: ये हैं बॉलीवुड के टॉप 5 सुरीले परिवार, जिन्होंने की संगीत की बौछार...
किशोर कुमार और अमित कुमार: संगीतकार, कवि, लेखक, निर्देशक निर्माता, नायक, पटकथाकार किशोर दा के नाम से मशहूर हुए किशोर कुमार आज इस दुनिया में नहीं है। बावजूद इसके उनके संगीत से आज भी उनके होने का अहसास होता है। संगीतकार कुमार किशोर कुमार का परिवार भी बॉलीवुड के मशहूर सुरीले परिवारों में एक हैं। उनकी तरह ही उनके बेटे अमित कुमार भी संगीत की दुनिया में नाम कमा रहे हैं। फिल्म दूर का राही में "मैं एक पंछी मतवाला रे"आज भी लोगों रटा है।
उदित नाराण और आदित्य नारायण:बॉलीवुड के मशहूर सिंगर उदित नारायण का परिवार भी सुरीले परिवारों में एक हैं। 90 के दशक में उनका गाया गाना पहला नशा...काफी चर्चित हुआ था। इसके अलावा भी उनके कई गाने भी काफी फेमस हुए। उन्होंने अपनी तरह ही अपने बेटे को भी इस दुनिया में उतार दिया। उनका बेटा आदित्य नारायण भी आज बॉलीवुड का उभरता सिंगर साबित हो रहा है।
मुकेश और नितिन मुकेश:मशहूर गायक मुकेश कुमार का नाम भी मशहूर संगीतकारों में गिना जाता है। 1973 में आई फिल्म रजनीगंधा के पॉपुलर सॉन्ग कई बार यूं ही देखा है के लिए उन्हें बेस्ट सिंगर का अवार्ड भी मिला है। सबसे खास बात है कि उनके पुत्र नितिन मुकेश भी पिता की तरह ही काफी पॉपुलर हुए हैं। उनका भी माई नेम इज लखन फिल्म में गाया गाना सो गया है जहां काफी पॉपुलर हुआ।
दलेर सिंह मेंहदी और मिका सिंह:ना ना ना ना रे नारे नारे..यह गाना आज भी लोग की जुबान पर रटा है। इसके बजते ही खुद ब खुद लोगों के पैर थिरकने लगते हैं। पंजाबी पॉप म्यूजिक में आज ख़ासा नाम कमा चुके दलेर सिंह मेंहदी का परिवार भी इसमें शामिल है। दलेर सिंह की तरह ही उनका छोटा भाई मिका सिंह भी आज इसी दुनिया में काफी पॉपुलर हो चुका है। मिका का गाना मौजा ही मौजा काफी चर्चित गानों में एक हैं।