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यहां नियम-कानून भी बहते हैं उल्टी धारा में

5 photos    |   Updated Date: Fri, 22 May 2015 23:47:12 (IST)
1/ 5यहां नियम-कानून भी बहते हैं उल्टी धारा में
यहां नियम-कानून भी बहते हैं उल्टी धारा में

गंगा में कछुआ सैंक्चुरी से जुड़े प्रतिबंध को नहीं मानता कोई, रामनगर से राजघाट तक सात किमी क्षेत्र में है रोक

2/ 5यहां नियम-कानून भी बहते हैं उल्टी धारा में
यहां नियम-कानून भी बहते हैं उल्टी धारा में

कछुआ वन्य जीव विहार के अन्तर्गत गंगा में मोटर चलित बोट का संचालन पूर्ण रुप से प्रतिबंधित है

3/ 5यहां नियम-कानून भी बहते हैं उल्टी धारा में
यहां नियम-कानून भी बहते हैं उल्टी धारा में

कछुआ सैंक्चुरी क्षेत्र में वन्य जीवों का शिकार या उन्हें पकडऩा प्रतिबंधित है

4/ 5यहां नियम-कानून भी बहते हैं उल्टी धारा में
यहां नियम-कानून भी बहते हैं उल्टी धारा में

नियम के बाद भी आजतक किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है

5/ 5यहां नियम-कानून भी बहते हैं उल्टी धारा में
यहां नियम-कानून भी बहते हैं उल्टी धारा में

भले गंगा में एक भी कछुआ किसी को लंबे वक्त से न दिखा हो लेकिन कछुआ वन्य जीव विहार का दावा है कि डिपार्टमेंट हर साल एक हजार से ज्यादा कछुओं को गंगा में छोड़ता है. छोड़े गये ये कछुए कहां हैं और गंगा क्यों मैली की मैली है इसका जवाब किसी के पास नहीं है.

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