शहर चुनें close

तस्‍वीरों में देखें कैसे मरी हुई संतानों को भी पालते हैं मातापिता

9 photos    |   Updated Date: Mon, 31 Aug 2015 13:49:34 (IST)
1/ 9तस्‍वीरों में देखें कैसे मरी हुई संतानों को भी पालते हैं मातापिता
तस्‍वीरों में देखें कैसे मरी हुई संतानों को भी पालते हैं मातापिता

मृत बच्‍चों के पुतलों का कुछ इस तरह ख्‍याल रखा जाता है कि जब घर के बाकी बचचों के कपड़े बनते हैं तो उसी कपड़े से काट कर पुतलों के लिए भी नए कपड़े सिले जाते हैं।

2/ 9तस्‍वीरों में देखें कैसे मरी हुई संतानों को भी पालते हैं मातापिता
तस्‍वीरों में देखें कैसे मरी हुई संतानों को भी पालते हैं मातापिता

खुद चाहे गंदे बिस्‍तर पर सोयें पर माता पिता अपने बच्‍चों को साफ सुथरे बिस्‍तर पर सुलाते हैं।

3/ 9तस्‍वीरों में देखें कैसे मरी हुई संतानों को भी पालते हैं मातापिता
तस्‍वीरों में देखें कैसे मरी हुई संतानों को भी पालते हैं मातापिता

ये हैं होनयागा जो अपने बच्‍चों के पुतले को कलेजे से लगा कर घूमती हैं।

4/ 9तस्‍वीरों में देखें कैसे मरी हुई संतानों को भी पालते हैं मातापिता
तस्‍वीरों में देखें कैसे मरी हुई संतानों को भी पालते हैं मातापिता

अगर बच्‍चों की फेमिली सफर पर गयी है या किसी और कारण से बच्‍चों को छोड़ना है तो इपन पुतलों के लिए शिशु सदन भी होते हैं जहां उनका ध्‍यान रखा जाता है।

5/ 9तस्‍वीरों में देखें कैसे मरी हुई संतानों को भी पालते हैं मातापिता
तस्‍वीरों में देखें कैसे मरी हुई संतानों को भी पालते हैं मातापिता

होनयागा अपने बच्‍चों को दरिया किनारे स्‍नान के लिए ले जाती हैं और फिर सारी बची सामग्री बहा देती हैं ताकि बुरी आत्‍मायें उसे नुकसान ना पहुंचा सकें।

6/ 9तस्‍वीरों में देखें कैसे मरी हुई संतानों को भी पालते हैं मातापिता
तस्‍वीरों में देखें कैसे मरी हुई संतानों को भी पालते हैं मातापिता

होनयागा के पति भी उनकी मदद करते हैं और वे भी अपने काम पर जाते हुए अक्‍सर बच्‍चों के पुतलों को अपने साथ लेकर जाते हैं।

7/ 9तस्‍वीरों में देखें कैसे मरी हुई संतानों को भी पालते हैं मातापिता
तस्‍वीरों में देखें कैसे मरी हुई संतानों को भी पालते हैं मातापिता

एक और फॉन आदिवासी अपने वूडू बच्‍चों के साथ।

8/ 9तस्‍वीरों में देखें कैसे मरी हुई संतानों को भी पालते हैं मातापिता
तस्‍वीरों में देखें कैसे मरी हुई संतानों को भी पालते हैं मातापिता

वुडू बच्‍चों को हर रोज छोटी छोटी कुर्सियों पर बैठा कर खाना परोसा जाता है।

9/ 9तस्‍वीरों में देखें कैसे मरी हुई संतानों को भी पालते हैं मातापिता
तस्‍वीरों में देखें कैसे मरी हुई संतानों को भी पालते हैं मातापिता

इतना ही नहीं इन वुडू चाइल्‍ड को खाने के साथ साफ्ट ड्रिंक्‍स भी ऑफर किए जाते हैं जो बच्‍चों की पसंद होते हैं और आदिवासी मानते हैं चीनी की चीजों का खाने में शामिल होना आवश्‍यक है।

This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy. OK