i exclusive

ऐसे ही चलता रहा तो पांच अरब साल बाद नहीं होगा पृथ्वी पर प्रकाश

कोई भी गर्म तारा खो सकता है अपना मूल स्वरूप

इविवि में छात्र की रिसर्च से निकली है नई थ्योरी

vikash.gupta@inext.co.in

ALLAHABAD: क्या आपने कभी कल्पना की है कि जिस सूर्य को हम सिर ऊपर उठाकर देखते हैं वह एक दिन खत्म भी हो सकता है। यदि ऐसा हो जाये तो पृथ्वी पर जीवन की कल्पना कर पाना कितना मुश्किल काम होगा? लेकिन हम यह सिर्फ कह नहीं रहे। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में एक छात्र की रिसर्च से यह बात सिद्ध हो रही है कि ऐसा हो भी सकता है।

वैल्यूम बढ़ेगा तो रेडिएशन ऊर्जा भी घटेगी

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में फिजिक्स डिपार्टमेंट के बीएससी सेकेंड ईयर के स्टूडेंट शैलेन्द्र पाल ने अपनी एक रिसर्च में यह बात साबित की है कि अगर किसी बाक्स का वेल्यूम बढ़ेगा तो कुल रेडिएशन ऊर्जा घटेगी। इसी तरह से जब रेडिएशन बढ़ेगा तो भी वैल्यूम घट जायेगा। शैलेन्द्र से जब पूछा गया कि उनकी यह रिसर्च कहां पर लागू हो सकती है तो उन्होंने बताया कि ऐसा किसी भी गर्म तारे में हो सकता है।

इससे मनुष्य भी होगा प्रभावित

शैलेन्द्र ने अपनी थ्योरी और मैथमेटिकल रिसर्च के आधार पर बताया है

कुल रेडिएशन (विकिरण) उसके द्वारा घेरे गये कुल वैल्यूम (आयतन) के रूट क्यूब के व्यूतक्रमानुपाती (इनवर्सली) होता है

हमारी पृथ्वी ब्रह्माण्ड में स्थित प्रत्येक चीजों से प्रभावित है

रिसर्च इस बात को सिद्ध करती है कि गर्म तारों में आने वाले अमूलचूल बदलाव होगा

यह पृथ्वी पर जीवन जी रहे मनुष्य को बहुत हद तक प्रभावित कर सकता है

इससे जीवन के खत्म होने की संभावना भी बन सकती है।

पहले भी हो चुका है दावा

शैलेन्द्र ने कहा कि उन्होंने सिद्ध किया है कि वैल्यूम बढ़ेगा तो कुल रेडिएशन उर्जा घटेगी। मौजूदा समय में सूरज पर यह बात सटीक बैठती है। सूरज का रेडिएशन लगातार कम हो रहा है। भविष्य में भी ऐसा होता रहा तो पांच अरब साल में सूरज समाप्त हो जायेगा। ऐसे में सूरज के खत्म होने का मतलब है कि हमारी खूबसूरत धरा पर तापमान इतना नीचे चला जायेगा कि सांस लेना भी मुश्किल हो जाये। इसके अलावा पूरी पृथ्वी बर्फ से ढंक जायेगी। बता दें कि इससे पहले भी कई वैज्ञानिक अलग अलग कारणों से सूरज के खत्म होने का दावा कर चुके हैं।

सूरज का रेडिएशन लगातार कम हो रहा है। भविष्य में भी ऐसा होता रहा तो पांच अरब साल में सूरज समाप्त हो जायेगा।

शैलेन्द्र पाल

रिसर्च स्कॉलर